HAL: राहुल गांधी ने मांगे 1 लाख करोड़ की डील के सबूत, सीतारमण ने ऐसे दिया जवाब
punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 09:52 AM (IST)
नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को एक लाख करोड़ रुपए का सरकारी ऑर्डर देने के मामले में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर संसद में ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि वह सदन में अपने बयान के समर्थन में या तो दस्तावेज पेश करें या इस्तीफा दें। रक्षा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि कांग्रेस प्रमुख मुद्दे को पूरी तरह समझे बगैर ही देश को गुमराह कर रहे हैं।
It's a shame that the president of @INCIndia is spreading lies nd
— NSitharamanOffice (@nsitharamanoffc) January 6, 2019
misleading the country.HAL has signed contracts worth 26570.8Cr (Between 2014 & 2018) nd contracts worth 73000Cr are in the pipeline.Will @RahulGandhi apologise to the country from the floor of the house nd resign? pic.twitter.com/PRWEMFUjml
ट्विटर पर राहुल गांधी की चुनौती के बाद निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को उस अंग्रेजी समाचारपत्र की रिपोर्ट को पूरा पढ़ना चाहिए, जिसका वह जिक्र कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट में रिपोर्ट के एक हिस्से का भी जिक्र किया जिसमें लिखा है, ‘‘हालांकि, लोकसभा के रिकॉर्ड बताते हैं कि सीतारमण ने यह दावा नहीं किया कि ऑर्डरों पर दस्तखत हो चुके हैं। उन्होंने यह कहा कि उन पर काम चल रहा है।’’ सीतारमण ने राहुल को जवाब देते हुए डील का भी विवरण दिया कि मोदी सरकार के दौरान एच.ए.एल. को कितने के ऑर्डर दिए गए और कितने ऑर्डर अभी पाइपलाइन में हैं।
रक्षा मंत्री ने अपने बयान में यह कहा
- एच.ए.एल. ने 2014 से 2018 के बीच 26,570 करोड़ रुपए के सौदों पर दस्तखत किए और 73,000 करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट्स पाइपलाइन में हैं। क्या राहुल गांधी सदन में देश से माफी मांगेंगे?
- सीतारमण ने 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से एचएएल को दिए गए सौदों का ब्योरा भी ट्वीट किया।
- भारतीय वायुसेना को 83 हल्के लड़ाकू विमान तेजस की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 49,797 करोड़ रुपए का अनुबंध तकनीकी मूल्यांकन के चरण में है।
- कामोव का 226 टी हेलीकॉप्टरों के लिए अंतरिम 20000 करोड़ का दूसरा अनुबंध भी इसी चरण में है।
मीडिया की रिपोर्ट और लोकसभा का रिकार्ड कहता है कि उन्होंने यह दावा नहीं किया कि आर्डर पर दस्तखत हो गए बल्कि कहा कि इनपर काम चल रहा है।
एक अंग्रेजी अखबार की रविवार को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि एच.ए.एल. को 1 लाख करोड़ रुपए के ऑर्डरों का इंतजार है, जिनका निर्मला सीतारमण ने जिक्र किया था। रिपोर्ट में एच.ए.एल. के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि वास्तव में अभी ये ऑर्डर नहीं हुए हैं। रिपोर्ट में सीतारमण के उस बयान का भी जिक्र है, जिसे उन्होंने एच.ए.एल. के संदर्भ में लोकसभा में दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया, ‘‘फिलहाल एच.ए.एल. के लिए ये ऑर्डर पाइपलाइन में हैं।’’ वहीं कांग्रेस मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है कि उसने फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदे के तहत एचएएल को ऑफसेट अनुबंध से वंचित कर दिया।