भारतीयों के लिए वीज़ा को लेकर चीन का बड़ा फैसला, जानिए क्या होंगे फायदे
punjabkesari.in Monday, Dec 08, 2025 - 08:20 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क : भारत और चीन के बीच लगभग पाँच वर्ष पहले पैदा हुई कड़वाहट अब धीरे-धीरे कम होती दिखाई दे रही है। दोनों देश पुराने विवादों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने की दिशा में प्रयासरत हैं। इसी क्रम में चीन के नागरिकों के लिए टूरिस्ट वीज़ा बहाल किए जाने के बाद भारत स्थित चीनी दूतावास ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की है। भारत में नियुक्त चीनी राजदूत शू फ़ेईहोंग ने सोमवार को जानकारी दी कि इस महीने भारत में चीनी दूतावास की ओर से ऑनलाइन वीज़ा प्रणाली की शुरुआत होने जा रही है।
ऑनलाइन वीज़ा आवेदन प्रणाली की शुरुआत
नए वर्ष के आगमन से पहले ही 22 दिसंबर को यह ऑनलाइन वीज़ा एप्लिकेशन सिस्टम औपचारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा। राजदूत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि नई प्रणाली के तहत आवेदकों को ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ निर्धारित वेबसाइट visaforchina.cn/DEL3_EN/qianzh पर अपलोड करने होंगे।
Notice Regarding Online Visa Processing Approval
China Online Visa Application System will be officially launched by the Chinese Embassy in India on December 22, 2025. Applicants could enjoy convenience of filling out the form and uploading application materials online by…
— Xu Feihong (@China_Amb_India) December 8, 2025
इसके साथ ही चीनी वीज़ा एप्लिकेशन सर्विस सेंटर, नई दिल्ली का पता और संपर्क विवरण भी जारी किया गया है। सेंटर का कार्य समय सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया गया है। संपर्क नंबर 91-9999036735 है। पता इस प्रकार है कॉनकोर्स फ्लोर, शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन, बाबा खड़क सिंह मार्ग, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली-110001।
गलवान घटना के बाद लगा था वीज़ा प्रतिबंध
उल्लेखनीय है कि जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के जवानों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी नागरिकों के टूरिस्ट वीज़ा पर रोक लगा दी गई थी। इस घटना ने भारत–चीन संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया और रिश्ते अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए थे।
हालाँकि, इसके बाद लगातार कूटनीतिक वार्ताओं, सैन्य कमांडर स्तर की बैठकों और विभिन्न चैनलों पर संवाद के माध्यम से दोनों देशों ने तनाव कम करने के लिए कदम बढ़ाए। निरंतर संपर्क और समझौतों की प्रक्रिया से हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे, और अब दोनों पड़ोसी देश आगे बढ़कर आपसी संबंधों को पुनः मजबूत करने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं।
