''कत्ल की रात'': पुलवामा हमले के बाद भारत के एक्शन से घबरा गया था पाकिस्तान, विंग कमांडर अभिनंदन को 2 दिन में किया रिहा

punjabkesari.in Monday, Jan 08, 2024 - 05:36 PM (IST)

नई दिल्ली: पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने अपनी आगामी पुस्तक 'एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल्ड डिप्लोमैटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान' में 27 फरवरी को भारत-पाकिस्तान के बीच हुई एयर स्ट्राइक के बाद तनावपूर्ण घटनाओं पर प्रकाश डाला है।  जिसके बारे लोगों को बेहद ही कम जानकारी है।

जिस रात की बात हो रही है, इसे बाद में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद 'क़तल की रात'  के रूप में वर्णित किया, वह 27 फरवरी, 2019 को थी, जब भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को दिन में एयरस्ट्राइट के बाद पाकिस्तानियों ने पकड़ लिया था।  हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र में उस रात की घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी नहीं है।

उन्होंने भारत की शानदार कूटनीति का जिक्र करते हुए विंग कमांडर अभिनंदन वाले मामले के बारे में बताया है कि कैसे भारत की कूटनीति के चलते पाक ने अभिनंदन को दो दिन में ही रिहा कर दिया।

पकड़े गए भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान की हिरासत में दो रातें बिताईं, जिससे राजनयिक उन्माद पैदा हो गया। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिसारिया ने खुलासा किया कि पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की मांग की, जिसके बाद तत्कालीन पाकिस्तान उच्चायुक्त सोहेल महमूद ने देर रात फोन किया।

भारत की जबरदस्त कूटनीति का विवरण देते हुए, बिसारिया बताते हैं कि कैसे पाकिस्तान को निशाना बनाकर 9 भारतीय मिसाइलों की धमकी ने तनाव बढ़ा दिया था। पश्चिमी राजनयिकों ने अभिनंदन की रिहाई और आतंकवाद विरोधी उपायों पर भारत के सख्त रुख से पाकिस्तान को अवगत कराया।  

भारत की धमकी कितनी गंभीर थी, इसका अंदाजा पाक को हो गया था
इसके बाद 28 फरवरी को इमरान खान ने अभिनंदन को रिहा करने के पाकिस्तान के फैसले की घोषणा करते हुए संसद में कहा, उन्होंने शांति के हित में मोदी को फोन करने की कोशिश की थी, लेकिन इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया। पाकिस्तान ने मूंछों वाले भारतीय लड़ाकू पायलट की रिहाई को शांति संकेत कहा, लेकिन भारत और पाकिस्तान में अमेरिका और ब्रिटेन के दूतों सहित पश्चिमी राजनयिकों ने इस्लामाबाद को बताया कि पायलट को नुकसान पहुंचाने पर हालात कितने खराब हो सकते थे। भारत की धमकी कितनी गंभीर थी, इसका अंदाजा पाक को हो गया था। पाकिस्तान ने 26 फरवरी की घटनाओं के बाद इनमें से कुछ राजनयिकों को लगातार तीन बार तलब किया था।

इनमें से कुछ राजदूतों ने रात भर भारत के विदेश सचिव को फोन करके बताया कि पाकिस्तान न केवल अभिनंदन को रिहा करने के लिए तैयार है, बल्कि भारत के पुलवामा डोजियर पर कार्रवाई करने और आतंकवाद के मुद्दे पर बात करने के लिए भी तैयार है। उन्होंने उनसे कहा कि इमरान खान अगले दिन संसद में ये घोषणाएं करेंगे।  

 हालांकि आज तक भारत ने आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया कि अभिनंदन की रिहाई के लिए उसने पाकिस्तान पर मिसाइलें दागीं, लेकिन बिसारिया ने खुलासा किया कि कैसे जंग के खतरे ने सेना और इमरान सरकार के पसीने छुड़ा दिए थे।  
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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