पुतिन की कार है चलता-फिरता किला! जानिए क्यों है ये दुनिया की सबसे सुरक्षित गाड़ी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 06:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया के उन नेताओं में शामिल हैं जिनके दोस्त और दुश्मन दोनों की कमी नहीं है। उनकी जीवनशैली और वाहन अक्सर मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। पुतिन 4 और 5 दिसंबर को भारत दौरे पर रहेंगे और इस दौरान उनके साथ उनकी प्रेसिडेंशियल स्टेट कार औरस सेनाट लिमोजीन भी देखी जाएगी। यह कार रूसी कंपनी औरस ने बनाई है और यह पहले इस्तेमाल होने वाली मर्सिडीज़-बेंज एस 600 गार्ड पुलमैन की जगह ले चुकी है।

ताकतवर इंजन और आकर्षक डिजाइन
औरस सेनाट लिमोजीन का डिजाइन सोवियत युग की ZIS-110 लिमोजीन पर आधारित है। पुरानी शैली और मॉडर्न डिजाइन का बेहतरीन मिश्रण इस कार को अनोखा बनाता है। इसमें बड़ा ग्रिल, वर्टिकल स्लैट्स, स्लीक LED हेडलाइट्स और कैब-रियरवर्ड सिल्हूट है, जो इसे रोल्स-रॉयस गोस्ट जैसा बनाता है, लेकिन इसमें रूसी पहचान साफ नजर आती है।

कार में 4.4 लीटर ट्विन-टर्बो V8 हाइब्रिड इंजन है, जो 598 हॉर्सपावर और 880 एनएम टॉर्क प्रदान करता है। इसमें 46 किलोवॉट का इलेक्ट्रिक मोटर और नाइन-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी है। ऑल-व्हील-ड्राइव सिस्टम इसे शानदार परफॉर्मेंस देता है।

चलते-फिरते दफ्तर की तरह सुविधाएं
वजन कई टन और लंबाई लगभग 7 मीटर होने के बावजूद, यह कार तेज और आरामदायक है। यात्रियों के लिए इसमें प्रीमियम लेदर अपहोल्स्ट्री, पॉलिश्ड वुड ट्रिम, दो इंफोटेनमेंट डिस्प्ले, अलग-अलग रिक्लाइनिंग सीटें, फोल्ड-आउट टेबल्स और मिनी-फ्रिज जैसी सुविधाएं हैं। एडवांस्ड ड्राइवर-असिस्टेंस फीचर्स जैसे एडाप्टिव क्रूज कंट्रोल और पेडेस्ट्रियन इमरजेंसी ब्रेकिंग इसे बेहद सुरक्षित बनाते हैं। इसी कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पुतिन की छोटी बैठक ने भी पूरी दुनिया में चर्चा बटोरी थी।

सुरक्षा और बुलेटप्रूफ सिस्टम
पुतिन की यह कार केवल लक्जरी ही नहीं, बल्कि अत्यधिक सुरक्षित भी है। इसे रूस के NAMI (सेंट्रल साइंटिफिक रिसर्च ऑटोमोबाइल एंड ऑटोमोटिव इंजन इंस्टीट्यूट) ने ‘कोर्तेज’ प्रोजेक्ट के तहत बनाया है। इसकी मुख्य सुरक्षा विशेषताएं इस प्रकार हैं:

बुलेटप्रूफ कवच: पूरी बॉडी और शीशे बेहद मजबूत मटीरियल से बने हैं, जो आर्मर-पियर्सिंग गोलियों और हैंड ग्रेनेड के हमलों को रोकते हैं।

मोटे बुलेटप्रूफ शीशे: खिड़कियों की मोटाई लगभग 6 सेंटीमीटर है।

विस्फोट सुरक्षा: गाड़ी का नीचे का हिस्सा ब्लास्ट-प्रूफ है।

रन-फ्लैट टायर: गोली लगने या पंक्चर होने पर भी गाड़ी लंबी दूरी तक चल सकती है।

आग बुझाने की ऑटोमैटिक व्यवस्था: इंजन या गाड़ी के नीचे आग लगने पर सिस्टम स्वयं आग बुझा देता है।

केमिकल/गैस अटैक से सुरक्षा: केबिन में विशेष एयर फिल्टर और अतिरिक्त ऑक्सीजन सप्लाई।

सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम: अंदर और बाहर की बातचीत पूरी तरह गोपनीय।

आपातकालीन निकास: दरवाजे न खुलने पर पीछे का शीशा खुलकर बाहर निकलने की सुविधा।

मिनी कमांड सेंटर: सभी जरूरी कंट्रोल और कम्युनिकेशन सुविधाएं मौजूद।

कार की बाकी सुरक्षा प्रणालियों का विवरण गोपनीय रखा गया है, लेकिन इसे एक चलते-फिरते किले के रूप में माना जा सकता है।

विदेशी दौरों में परिवहन और सुरक्षा
विदेशी दौरों पर कार को इल्यूशिन Il-76 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से ले जाया जाता है। प्रेसिडेंशियल मोटरकेड को आमतौर पर उराल या BMW मोटरसाइकिलों से एस्कॉर्ट किया जाता है। साथ में मर्सिडीज़ G-क्लास, E-क्लास, S-क्लास, BMW 5 सीरीज, फॉक्सवैगन कैरावेल और शेव्रोले सपोर्ट व्हीकल्स होते हैं। रूस में राष्ट्रपति के लिए यह सेवा स्पेशल पर्पज गैरेज (SPG) द्वारा दी जाती है।

रूसी राष्ट्रपतियों की पुरानी कारें
सोवियत संघ में कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल सेक्रेटरी ZIL-41052 में चलते थे। क्रेमलिन गैरेज में 2 ZIL लिमोजीन अभी भी रखी हैं और कभी-कभी विजय दिवस की परेड में इस्तेमाल होती हैं। पहली विदेशी लिमोजीन W140 मर्सिडीज़-बेंज थी, जो बोरिस येल्तसिन के लिए खरीदी गई थी। इसके बाद W220 और W221 आईं। दिमित्री मेदवेदेव के शपथ ग्रहण समारोह के लिए स्पेशल लिमोजीन ऑर्डर की गई थी। पुतिन की मर्सिडीज़ S600 पुलमैन गार्ड भी इस क्रम में शामिल थी।


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Content Editor

Shubham Anand

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