50 हजार की नौकरी का किया वादा, सिगरेट से दागा... जानिए क्या है 'अय्याशी गैंग' की पूरी कहानी

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2024 - 12:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नौकरी का झांसा देकर लड़कियों के यौन शोषण का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। दरअसल, यह मामला बिहार का है जहां आरोपियों पर कई युवतियों को महीनों तक बंधक बनाकर यौन उत्पीड़न करने और फ्रॉड कॉल का टारगेट पूरा नहीं करने पर सिगरेट से दागने और बेल्ट से पिटाई करने के आरोप हैं।

50 हजार तक की नौकरी का लालच
पीड़िता के बयान के अनुसार, इस फर्जी कंपनी के लोग 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाली लड़कियों को अच्छी नौकरी और 50 हजार रुपये तक सैलरी का लालच देकर मुजफ्फरपुर बुलाते थे। यहां उन्हें बंधक बनाकर रखा जाता था और आपस में बात करने की अनुमति नहीं थी। विरोध करने पर लड़कियों को धमकियां दी जाती थीं और उन्हें नशा देकर पीटा जाता था। उन्हें कंपनी के फर्जीवाड़े और आरोपियों की गलत नीयत का तब पता चला जब एक दिन वहां पुलिस की रेड पड़ी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 

फेसबुक के जरिए फंसाता था
पीड़िता ने बताया कि मुख्य आरोपी तिलक प्रताप सिंह ने फेसबुक के जरिए उससे संपर्क किया था। नौकरी के लिए मुजफ्फरपुर पहुंचने पर उसे फ्रॉड कॉल करने की ट्रेनिंग दी गई। इसी तरह 200-250 लोगों को इस गोरखधंधे में शामिल किया गया था। जब लड़कियां सैलरी मांगती थीं, तो उन्हें बताया जाता था कि वे अब फर्म का हिस्सा हैं।

कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज
एक पीड़िता ने कोर्ट पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी लड़कियों को हाजीपुर ले गए और वहां जबरन शादी करा दी। इस मामले के सभी आरोपी डीवीआर नामक फर्जी मार्केटिंग फर्म से जुड़े हुए थे और सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों को फंसाते थे।

पुलिस ने की छापेमारी
डिप्टी एसपी विनीता सिन्हा ने बताया कि सभी नौ आरोपी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने शिकायतकर्ता और अन्य पीड़िताओं के बयान दर्ज किए हैं, जिससे पता चला कि जून 2022 में सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों से संपर्क किया गया था। पीड़ित लड़कियों को एक अज्ञात स्थान पर बंधक बनाकर रखा गया और उन्हें फ्रॉड कॉल करने पर मजबूर किया गया। अधिकारी ने कहा, 'जब पीड़ित लड़की मुजफ्फरपुर आई, तो उसे पहले एक कमरे में रखा गया था जहां कई अन्य लड़कियां भी रह रही थीं। बाद में, उन्हें एक अज्ञात स्थान पर रखा गया जहां सभी लड़कियां कॉल कर लोगों को आकर्षक नौकरियों का झांसा दिया करती थीं। इसके बाद सभी आरोपी पीड़ित लड़कियों के साथ ही रहने लगे।'

क्यों नहीं दर्ज की गई शिकायत
डिप्टी एसपी ने कहा कि आरोपियों ने न केवल लड़कियों का यौन शोषण किया बल्कि उनकी पिटाई भी की। शिकायतकर्ता और अन्य पीड़िताओं को शादी के लिए मजबूर किया गया था और यौन शोषण से प्रग्नेंट होने पर गर्भपात भी कराया गया था। डिप्टी एसपी सिन्हा ने यह भी कहा कि यह जांच की जाएगी कि पुलिस ने पहले ही शिकायत क्यों नहीं दर्ज की। इस मामले ने समाज में गहरी चिंता पैदा की है और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
 


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Content Editor

Mahima

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