क्या सत्ताधारी बीजेपी भगवान राम के बारे में भी यही सोचती है? मोदी सरकार पर जमकर बरसीं प्रियंका गांधी
punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2023 - 02:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के 'संकल्प सत्याग्रह' में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी पार्टी हमेशा से गांधी परिवार पर परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाती है। प्रियंका गांधी ने कहा कि, मैं आज पूछना चाहती हूं कि क्या सत्ताधारी बीजेपी भगवान राम के बारे में भी यही सोचती है?
#WATCH | You (BJP) talk about 'Pariwarvaad', I want to ask who was Lord Ram? Was he Pariwarvaadi, or were Pandavas Pariwarvaadi? Should we be ashamed because my family fought for the country? My family has nurtured the democracy of this country with their blood: Priyanka G Vadra pic.twitter.com/yKz9grr0Gg
— ANI (@ANI) March 26, 2023
मेरे परिवार ने इस देश के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा है
‘संकल्प सत्याग्रह' में कांग्रेस महासचिव ने अपने भाषण के दौरान कहा कि आप (बीजेपी) 'परिवारवाद' की बात करते हैं, मैं पूछना चाहती हूं कि भगवान राम कौन थे? क्या वे 'परिवारवादी' थे, या पांडव 'परिवारवादी' सिर्फ इसलिए थे क्योंकि वे अपने परिवार की संस्कृति के लिए लड़े थे? क्या हमें शर्म आनी चाहिए कि हमारे परिवार वालों ने देश की जनता के लिए लड़ाई लड़ी? मेरे परिवार ने इस देश के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा है। प्रियंका ने पूछा क्या शहीद प्रधानमंत्री का बेटा देश का अपमान कर सकता है और कहा, “यह उस प्रधानमंत्री का अपमान है जिसने अपनी जान दे दी।”
मेरे पिता और भाई का संसद में अपमान किया गया
प्रियंका गांधी ने कहा कि, मेरे पिता का संसद में अपमान किया गया, मेरे भाई को मीर जाफर जैसे नाम दिए गए। आपके मंत्रियों ने संसद में मेरी मां का अपमान किया है। आपके एक सीएम ने कहा कि राहुल गांधी को यह भी नहीं पता कि उनके पिता कौन हैं, लेकिन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ऐसे लोगों को संसद से अयोग्य नहीं ठहराया जाता है, उन्हें जेल नहीं भेजा जाता है और उन्हें वर्षों तक चुनाव लड़ने से नहीं रोका जाता है। उन्होंने कई बार मेरे परिवार का अपमान किया है, लेकिन हम चुप रहे।
मेरे भाई ने संसद में पीएम को गले लगाया
कांग्रेस महासचिव ने कहा मेरा भाई पीएम मोदी के पास गया और उन्हें संसद में गले लगाया और कहा कि मुझे आपसे कोई नफरत नहीं है। हमारी अलग-अलग विचारधारा हो सकती है लेकिन हमारे पास नफरत की विचारधारा नहीं है। कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया गया है और जनता इस कार्रवाई के लिए जिम्मेदार लोगों को करारा जवाब देगी। जिस व्यक्ति ने सूरत में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, वह कोर्ट में गया और 1 साल के लिए अपने मामले पर रोक लगाने के लिए कहा, लेकिन राहुल गांधी ने अडानी पर संसद में भाषण देने के बाद मामले को फिर से खोल दिया। 1 महीने के अंदर सुनवाई हुई और राहुल को दोषी करार दिया गया।
‘संकल्प सत्याग्रह' में इन नेताओं ने लिया भाग
कांग्रेस ने राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद उनके समर्थन में रविवार को दिल्ली के राजघाट पर एकदिवसीय ‘संकल्प सत्याग्रह' शुरू किया। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम और सलमान खुर्शीद समेत कई नेता राजघाट पर सत्याग्रह में शामिल हुए। धरना स्थल पर जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, पवन कुमार बंसल, शक्तिसिंह गोहिल, ज्योतिमणि, प्रतिभा सिंह और मनीष चतरथ भी मौजूद थे। पुलिस ने राजघाट पर सत्याग्रह की अनुमति देने से इनकार करने के बाद कांग्रेस ने राजघाट के बाहर एक मंच बनाकर 'सत्याग्रह शुरू' किया।
सूरत की एक अदालत ने राहुल को सुनाई है सजा
बता दें कि, केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा 2019 के मानहानि के एक मामले में दो साल जेल की सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया था। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनका अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से ही प्रभावी होगा।
गांधी कभी माफ़ी नहीं मांगते
संसद सदस्यता रद्द होने के बाद शनिवार को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अगर प्रधानमंत्री को लगता है कि मुझे डरा कर, जेल में डालकर, मार-पीटकर और डिसक्वालिफाई करके चुप करा लेंगे तो वो गलतफहमी में हैं। प्रधानमंत्री पैनिक हो गए हैं। उन्होंने विपक्ष को सबसे बड़ा हथियार दे दिया है। मुझे इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं भाजपा की माफी की मांग पर राहुल गांधी ने कहा, "मेरा नाम सावरकर नहीं है। मैं गांधी हूं, गांधी कभी माफ़ी नहीं मांगते।