यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव में लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, कहा- ये चुनाव ही नहीं व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई, पैसे का भी है खेल
punjabkesari.in Monday, Jul 18, 2022 - 02:15 PM (IST)
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान सोमवार को सुबह शुरू हो गया जो शाम पांच बजे तक चलेगा। निर्वाचन विभाग के अनुसार मतदान सुबह 10 से सायं 5 बजे तक विधानसभा परिसर स्थित मतदान कक्ष में किया जाएगा। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए दो उम्मीदवार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष समर्थित यशवंत सिन्हा हैं।
वहीं राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मतदान की प्रक्रिया के बीच चुनाव में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि यह चुनाव देश की दिशा इस मायने में तय करेगा कि लोकतंत्र रहेगा या नहीं। उन्होंने सांसदों और विधायकों का आह्वान भी किया कि वे अंतरात्मा की आवाज सुनें और उनका समर्थन करें।
सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने बार-बार कहा है कि यह चुनाव इस मायने में देश की दिशा तय करेगा कि भारत में लोकतंत्र रहेगा या फिर धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। अभी संकेत यही मिल रहे हैं कि हम लोकतंत्र के खत्म होने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियां बहुत सक्रिय हो गई हैं, वे राजनीतिक दलों में तोड़फोड़ की वजह बन रही हैं, वे लोगों को एक खास तरह से मतदान करने के लिए विवश कर रही हैं और इसमें पैसे का भी खेल भी शामिल है। उन्होंने कहा कि कोई व्हिप नहीं है। यह गुप्त मतदान है। उन्होंने कहा कि उनकी सभी सांसदों और विधायकों से अपील है कि वे लोकतंत्र बचाने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करें और उन्हें निर्वाचित करें। सिन्हा का यह भी कहना था कि वह सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि सरकारी एजेंसियों के खिलाफ भी लड़ रहे हैं।
This election is very important, will set path for country's democracy, whether it will stay or end. I appeal to all voters to listen to their hearts. This is a secret ballot, I hope they'll use their discretion & elect me to save democracy: Presidential candidate Yashwant Sinha pic.twitter.com/LWDaU02xHb
— ANI (@ANI) July 18, 2022
यशवंत सिन्हा ने कहा कि यह चुनाव देश के लोकतंत्र की राह तय करेगा, चाहे रहेगा या खत्म। मैं सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे अपने दिल की सुनें। यह एक गुप्त मतदान है, मुझे उम्मीद है कि वे अपने विवेक का इस्तेमाल करेंगे और लोकतंत्र को बचाने के लिए मुझे चुनेंगे।