पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की 5,000 वर्ष पुरानी झारखंड की सोहराई पेटिंग, जानिए क्या है इसकी खासियत?

punjabkesari.in Tuesday, Oct 29, 2024 - 03:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क। हाल ही में संपन्न हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र का हैंडीक्राफ्ट ईरान और उज्बेकिस्तान के लीडर्स को उपहार में दिया और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उन्होंने झारखंड की सोहराई पेटिंग भेंट की। पुतिन को झारखंड के हजारीबाग जिले की सोहराई पेंटिंग भेंट की गई है। सोहराई पेंटिंग को ओडीओपी आइटम के रूप में मान्यता प्राप्त है। वे प्राकृतिक रंगों और सरल औजारों के उपयोग के लिए जाने जाते हैं।

इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी। वहीं पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन को भी मदर ऑफ पर्ल (एमओपी) समुद्री शंख से बना फूलदान भेंट किया।

इस मौके पर अधिकारियों ने बातचीत करते हुए बताया कि महाराष्ट्र के तटीय कारीगरों से प्राप्त यह फूलदान राज्य की कुशल शिल्पकला और प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है। उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव को प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक वारली पेंटिंग भेंट की, जो महाराष्ट्र की वारली जनजाति की एक प्रतिष्ठित कला है।

वहीं अधिकारियों ने पेंटिंग के सांस्कृतिक महत्व पर भी प्रकाश डाला, जोकि लगभग 5,000 वर्ष पुरानी है और अब अपनी विशिष्ट शैली और सुंदरता के लिए देशभर में मशहूर है। बुनियादी जियोमेट्रिक शेप से बनी वारली चित्रकला प्रकृति, त्यौहारों और सामुदायिक गतिविधियों के माध्यम से आदिवासी जीवन को दर्शाती है।

बता दें कि वर्ष 2014 में भौगोलिक संकेत टैग प्राप्त वारली कला समकालीन माध्यमों में विकसित हो चुकी है, जोकि एक स्थायी तथा अनुकूलनीय विरासत का प्रतीक है।


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News Editor

Rahul Rana

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