PM मोदी ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित, भारतीय अमेरिकी अल्पसंख्यकों ने वाशिंगटन में AIAM की शुरुआत की
punjabkesari.in Sunday, Nov 24, 2024 - 04:04 PM (IST)
Washington: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया गया, जबकि भारतीय अमेरिकी अल्पसंख्यक समुदायों ने वाशिंगटन डी.सी. में आल इंडिया अल्पसंख्यक एसोसिएशन (AIAM) की शुरुआत की। यह पहल भारतीय अल्पसंख्यक समुदायों की भलाई को बढ़ावा देने और उन्हें एकजुट करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इस आयोजन में प्रमुख भारतीय नेताओं और समाज के विभिन्न समुदायों के सदस्य उपस्थित थे। आल इंडिया अल्पसंख्यक एसोसिएशन (AIAM) का प्रमुख उद्देश्य भारतीय अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए काम करना है। इस संगठन के अध्यक्ष जसदीप सिंह, जो एक प्रसिद्ध सिख परोपकारी हैं, ने इस पहल को प्रधानमंत्री मोदी के "विकसित भारत" (Viksit Bharat) के 2047 तक के लक्ष्य को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया। AIAM के संस्थापक और अध्यक्ष के रूप में जसदीप सिंह के नेतृत्व में यह संगठन काम करेगा, जिसमें सात सदस्यीय बोर्ड भी शामिल है, जो विभिन्न भारतीय अल्पसंख्यक समुदायों का प्रतिनिधित्व करेगा, जैसे सिख, ईसाई, हिंदू, मुस्लिम और यहूदी समुदाय।
AIAM के अध्यक्ष जसदीप सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यप्रणाली को भी सराहा, जिन्होंने भारतीय समाज के सभी समुदायों के लिए समान अवसर और विकास के रास्ते खोले हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण को समर्थन देते हुए कहा कि इस संगठन का उद्देश्य भारत के हर एक नागरिक को, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का हो, बराबरी के अवसर प्रदान करना है। उनका मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी का "विकसित भारत" का दृष्टिकोण 2047 तक भारत को एक अग्रणी और समृद्ध राष्ट्र बना देगा, और AIAM इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारतीय अल्पसंख्यक महासंघ के सदस्य और संगठन के संयोजक, *सतनाम सिंह संधू* ने प्रधानमंत्री मोदी के "सबका साथ, सबका विकास" के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। उन्होंने इस दृष्टिकोण के प्रभाव को भारत में सामुदायिक सौहार्द और समान अवसरों की दिशा में बेहद सकारात्मक बताया। उनका कहना था कि यह दृष्टिकोण भारतीय समाज को एकजुट करता है और विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है।
AIAM का उद्देश्य भारतीय अमेरिकी अल्पसंख्यकों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करना है, जहां वे एकजुट होकर भारतीय समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्य कर सकें। इस संगठन का कार्यभार न केवल भारतीय समुदायों के बीच सामुदायिक सौहार्द को बढ़ावा देना है, बल्कि यह भारत और भारतीय समुदायों के बीच एक मजबूत और सहयोगात्मक संबंध बनाने में भी मदद करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो हाल ही में गुयाना की यात्रा पर गए थे, 56 वर्षों में गुयाना जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 10 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिससे भारत और गुयाना के बीच संबंधों को और भी मजबूत किया गया। यह यात्रा भारत के वैश्विक कूटनीतिक संबंधों को और विस्तार देने की दिशा में एक अहम कदम साबित हुई है।