अमेरिका ने इन देशों ने छिपा रखे हैं अपने परमाणु बम? जानिए उन देशों के नाम जो बने चुके हैं न्यूक्लियर अड्डा
punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 11:31 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में शुमार अमेरिका के पास हजारों की संख्या में परमाणु हथियार मौजूद हैं। लेकिन एक सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है – क्या अमेरिका ने सारे न्यूक्लियर बम अपने देश में ही रखे हैं? इसका जवाब है – नहीं। अमेरिका ने अपने कई परमाणु हथियार दुनिया के अलग-अलग देशों में भी छिपाकर रखे हैं। इस रणनीति के पीछे मुख्य कारण है रणनीतिक सैन्य बढ़त। यदि युद्ध की स्थिति बनती है तो अमेरिका चाहता है कि उसके हथियार पहले से ही उन क्षेत्रों में मौजूद हों जहां से वे तुरंत इस्तेमाल किए जा सकें।
क्या होता है न्यूक्लियर होस्टिंग सिस्टम?
इस व्यवस्था को "न्यूक्लियर शेयरिंग" यानी परमाणु साझेदारी कहते हैं। इसके तहत कोई परमाणु संपन्न देश, अपने कुछ हथियारों को किसी मित्र राष्ट्र में तैनात करता है। हालांकि उन हथियारों का पूरा नियंत्रण सिर्फ उसी देश के पास होता है जो उनका असली मालिक होता है। नाटो (NATO) यानी उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के तहत अमेरिका ने कुछ यूरोपीय देशों में अपने परमाणु हथियार तैनात किए हैं। ये देश अमेरिका के भरोसेमंद साझेदार माने जाते हैं और सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
किन-किन देशों में छिपा रखे हैं अमेरिका ने परमाणु हथियार?
अमेरिका ने निम्नलिखित देशों में अपने न्यूक्लियर वेपन्स छिपाकर रखे हैं:
-
जर्मनी (Germany)
-
नीदरलैंड (Netherlands)
-
इटली (Italy)
-
बेल्जियम (Belgium)
-
तुर्किए (Turkey)
इन सभी देशों को न्यूक्लियर होस्टिंग कंट्रीज कहा जाता है। यहां अमेरिकी वायुसेना के विशेष अड्डों पर ये हथियार मौजूद हैं, जिन्हें सिर्फ अमेरिका ही ऑपरेट कर सकता है।
हथियार कहां रखे गए हैं?
ये परमाणु हथियार अमेरिकी वायुसेना के ठिकानों पर खास सुरक्षा और निगरानी के साथ रखे गए हैं। उदाहरण के तौर पर:
-
जर्मनी का बुशल एयरबेस (Büchel Air Base)
-
इटली का अवियानो एयरबेस (Aviano Air Base)
-
तुर्किए का इंकिरलिक एयरबेस (İncirlik Air Base)
इन ठिकानों पर मौजूद बम "B61" श्रेणी के न्यूक्लियर बम माने जाते हैं, जो छोटे या मीडियम स्केल पर हमले के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
क्यों खतरनाक है ये रणनीति?
दुनिया भर में शांति की कोशिशों के बावजूद जब परमाणु हथियारों को दूसरे देशों में छिपाकर रखा जाता है, तो ये एक बड़ी चिंता का विषय बनता है। इससे वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ता है। इससे न सिर्फ दुश्मन देशों को चेतावनी मिलती है बल्कि यह भी संदेश जाता है कि अमेरिका अपने हितों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।क्या अन्य देश भी ऐसा करते हैं?