PM मोदी ने इस शहर को दीं 100 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात, एडवांस्ड फीचर्स से हैं लैस

punjabkesari.in Monday, Mar 07, 2022 - 04:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पुणे में बानेर डिपो में ओलेक्ट्रा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की 100 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने के साथ ही चार्जिंग स्टेशन का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही पुणे शहर में एवी ट्रांस की बस की संख्या बढ़कर 250 हो गई है। ओलेक्ट्रा भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में अग्रणी कंपनी है, जो वर्तमान में पुणे में 150 बसों का सफलतापूर्वक संचालन कर रही है। 

 

इन शहरों में पहले से चल रहीं  इलेक्ट्रिक बसें
ओलेक्ट्रा सूरत, मुंबई, पुणे, सिलवासा, गोवा, नागपुर, हैदराबाद और देहरादून में सफलतापूर्वक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन कर रही है। 100 नई इलेक्ट्रिक बसों के शामिल होने से पुणे के नागरिक अधिक आरामदायक वातानुकूलित यात्रा का अनुभव करेंगे। शहरी सार्वजनिक परिवहन को दुनियाभर में प्रदूषण का एक प्रमुख कारण माना जाता है। लेकिन इन बसों से शहर में कार्बन उत्सर्जन में काफी कमी आएगी। शून्य उत्सर्जन और कई सुरक्षा सुविधाओं के साथ बसें 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक हैं। ओलेक्ट्रा द्वारा निर्मित अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बसें सूरत, गोवा, सिलवासा, देहरादून, मुंबई, पुणे और सूरत जैसे कई शहरों में कुशलता से चल रही हैं और इसे कई शहरों में यात्रियों से सहज प्रतिक्रिया भी मिल रही है। 

 

प्रदूषण होगा कम
ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के वी प्रदीप ने कहा, ओलेक्ट्रा के इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के माध्यम से प्रदूषण के स्तर, ध्वनि प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी इलेक्ट्रिक बसों ने पहले से ही विश्वसनीयता और कार्यक्षमता साबित की है, अब तक ओलेक्ट्रा बसों ने पुणे में दो करोड़ किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है। इन 12-मीटर वातानुकूलित बसों में 33 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। इलेक्ट्रॉनिक रूप से नियंत्रित एयर सस्पेंशन एक आरामदायक और सुरक्षित सवारी सुनिश्चित करता है। बसों में सीसीटीवी कैमरे, प्रत्येक सीट के लिए एक आपातकालीन बटन और यात्री सुरक्षा के लिए यूएसबी सॉकेट हैं। बस में लगी लिथियम-आयन (ली-आयन) बैटरी यातायात और यात्री भार के अनुपात के आधार पर, एक बार चार्ज करने पर लगभग 200 किलोमीटर की यात्रा करने में सक्षम है। इस तकनीकी रूप से उन्नत बस में एक पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम है जो बस को ब्रेकिंग में खोई हुई कुछ गतिज ऊर्जा को पुनर्प्राप्त करने में मदद करता है। हाई-पावर एसी और डीसी चार्जिंग सिस्टम 3-4 घंटे में बैटरी को पूरी तरह से रिचार्ज कर सकती हैं।


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Content Writer

Seema Sharma

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