बाबरी मस्जिद फैसले पर पाकिस्तान ने निकाली भड़ास, भाजपा व हिंदुत्व पर की तीखी टिप्पणियां

punjabkesari.in Thursday, Oct 01, 2020 - 10:47 AM (IST)

इस्लामाबाद: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार को सभी 32 अभियुक्तों को बरी किए जाने पर पाकिस्तान से  कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। पाकिस्तानी मीडिया ने भारत की एक अदालत द्वारा दिए इस फैसले को प्रमुखता के साथ कवरेज दी। इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने इसकी निंदा की और कहा कि ऐतिहासिक मस्जिद को ढहाए जाने के लिए जिम्मेदार लोगों को शर्मनाक तरीके से बरी कर दिया गया। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने कहा, ‘पाकिस्तान, भारत सरकार से अल्पसंख्यकों विशेषकर मुस्लिमों और उनके प्रार्थना स्थलों की रक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करता है। ’

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बता दें कि यह मामला अयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़ा है। इस मामले के बाद पूरे भारत में हुए सांप्रदायिक दंगों में लगभग दो हजार लोगों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "जिस पूर्वनियोजित रथ यात्रा और भाजपा, विहिप और संघ परिवार के नेताओं के द्वारा भीड़ को उकसाने की वजह से मस्जिद का ढांचा गिराया गया, जिस आपराधिक कृत्य का टीवी पर लाइव प्रसारण हुआ, उस पर फैसला आने में 28 साल लग गए। ये दुनिया को साबित करता है कि हिंदुत्ववाद से प्रभावित भारतीय न्यायपालिका एक बार फिर न्याय देने में असफल रही।"

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पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, "बाबरी मस्जिद के ढांचा गिराए जाने की वजह से भाजपा की अगुवाई में सांप्रदायिक हिंसा भड़की जिससे हजारों जानें गईं। अगर दुनिया के कथित सबसे बड़े लोकतंत्र में न्याय की जरा भी छाया होती तो आपराधिक कृत्य के बारे में सार्वजनिक रूप से शेखी बघारने वाले लोगों को बरी नहीं किया गया होता।" पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-बीजेपी का शासन और संघ परिवार भारत में मस्जिदों के ढहाने और तोड़फोड़ की घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं। वे ऐसा नियोजित तरीके से कर रहे हैं जैसा गुजरात और दिल्ली दंगे में भी हुआ।" पूर्व में भारत ने पाकिस्तान के इस तरह के बयानों को खारिज करते हुए कहा है कि पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे। पाकिस्तानी मीडिया में इस फैसले को विवादास्पद करार दिया गया है।

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‘जियो न्यूज’ ने अपने मुख्य शीर्षक में कहा है, ‘भारतीय अदालत ने बाबरी मस्जिद मामले पर विवादास्पद फैसले में सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया।’ ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ और उर्दू भाषा के समाचार पत्र ‘जंग’ ने इस फैसले को प्रमुखता के साथ कवरेज दी है। कई समाचार चैनलों ने भी इस फैसले पर खबर दिखाई है। गौरतलब है कि इस मामले का फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं।

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इस केस में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई प्रमुख हस्तियों को अभियुक्त बनाया गया था। सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार को दिए अपने फैसले में कहा कि ढांचा गिराना पूर्वनियोजित नहीं था और मस्जिद का ढांचा गिराने वाले कुछ देशद्रोही तत्व थे।अदालत ने कहा कि आडवाणी समेत कई नेताओं ने तो भीड़ से मस्जिद को बचाने की कोशिश की थी।


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Tanuja

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