ICET की  पहली बैठक में दिखा भारत का दम, डोभाल ने अमेरिकी NSA सुलिवन से  खास मुद्दों पर की बात

punjabkesari.in Wednesday, Feb 01, 2023 - 11:10 AM (IST)

वाशिंगटनः  राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने यहां अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन के साथ मिलकर ‘इनीशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी' (ICET ) की पहली उच्च-स्तरीय बैठक की।   NSA अजीत डोभाल और जेक सुलिवन ने औपचारिक रूप से क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज पर यूएस-इंडिया इनिशिएटिव लॉन्च किया। NSA अजीत डोभाल और जेक सुलिवन की उपस्थिति में भारत के विज्ञान-प्रौद्योगिकी विभाग और USA के नेशनल साइंस फाउंडेशन के बीच कार्यान्वयन व्यवस्था पर हस्ताक्षर किए गए। 

 

इस दौरान सुलिवन ने कहा कि अमेरिका-भारत रणनीतिक प्रौद्योगिकी और रक्षा साझेदारी में अगला मील का पत्थर शुरू करने के लिए व्हाइट हाउस में भारतीय एनएसए अजीत डोभाल का स्वागत करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। एक साथ, हम अपने लोगों और अर्थव्यवस्थाओं के लिए काम करेंगे, और एक मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।  व्हाइट हाउस ने मंगलवार को डोभाल और सुलिवन के बीच ICET  की पहली बैठक के समापन के बाद एक ‘फैक्ट शीट' (तथ्यात्मक जानकारी) में कहा, ‘‘हम आपसी विश्वास और भरोसे पर आधारित एक मुक्त, सुलभ और सुरक्षित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करेगा।''

 

मई 2022 में टोक्यो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच बैठक के बाद पहली बार एक संयुक्त बयान में ICET  का उल्लेख किया गया था। इसका मकसद दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सामरिक प्रौद्योगिकी साझेदारी तथा रक्षा औद्योगिक सहयोग को बढ़ाना व विस्तारित करना है। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘ अमेरिका और भारत इस बात की पुष्टि करते हैं कि प्रौद्योगिकी को डिज़ाइन, विकसित, शासित और उपयोग करने के तरीकों में हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों तथा सार्वभौमिक मानवाधिकारों का ध्यान रखा जाएगा। हम आपसी विश्वास और भरोसे पर आधारित एक मुक्त, सुलभ और सुरक्षित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों तथा लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करेगा।''

 

डोभाल और सुलिवन ने अपने-अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ इस उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लिया। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के प्रशासक, नेशनल साइंस फाउंडेशन के निदेशक, नेशनल स्पेस काउंसिल के कार्यकारी सचिव और विदेश मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। भारत की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत, भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष, दूरसंचार विभाग में सचिव, रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के महानिदेशक शामिल थे। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।  

 

 


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Content Writer

Tanuja

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