निज्जर हत्याकांडः कनाडाई पुलिस ने कहा- भारतीय अधिकारियों की भी हो रही जांच, जानें कौन हैं पकड़े गए तीनों आरोपी ?
punjabkesari.in Sunday, May 05, 2024 - 01:08 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः पिछले साल खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में 3 भारतीयों की गिरफ्तारी के बाद कनाडा ने फिर भारत को निशाने पर लिया है। 18 जून 2023 ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर की गई हत्या के सिलसिले में शुक्रवार सुबह तीन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार करने वाले कनाडाई अधिकारियों ने कहा है कि उनकी जांच अभी समाप्त नहीं हुई है और वे भारत सरकार के अधिकारियों सहित अन्य की भूमिका की जांच कर रहे हैं। कनाडाई पुलिस अधिकारी डेविड टेबौल ने कहा कि इस संबंध में भारतीय 'स्लीपर एजेंटों' की जांच चल रही है। 'इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम' (IHIT ) के प्रभारी अधीक्षक मनदीप मूकर ने कहा ये तो सिर्फ ट्रेलर है अभी वे भारत सरकार के अधिकारियों की भी जांच कर रहे हैं।
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों का मानना है कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी 22 वर्षीय करण बराड़, 23 वर्षीय कमलप्रीत सिंह और 28 वर्षीय करणप्रीत सिंह उस कथित समूह के सदस्य हैं जिन्हें पिछले साल भारत सरकार ने निज्जर की हत्या करने का काम सौंपा था। कनाडा पुलिस के अनुसार तीनों आरोपियों का संबंध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग से है।ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार संदिग्धों ने "छात्र वीजा पर कनाडा में प्रवेश किया था, लेकिन हो सकता है कि जब उन्होंने निज्जर को गोली मारी तो वे भारतीय खुफिया विभाग के निर्देश पर काम कर रहे थे"।
रिपोर्ट के अनुसार जिस दिन ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे में निज्जर की हत्या हुई थी, उस दिन "हिट स्क्वाड" के सदस्यों ने शूटर, ड्राइवर और जासूस के रूप में अलग-अलग भूमिकाएँ निभाई थीं। कैनेडियन रॉयल एंड माउंटेड पुलिस (RCMP ) ने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों भारतीय करण बराड़ , कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह पिछले तीन से पांच वर्षों से कनाडा के एडमिंटन में गैर-स्थायी निवासियों के रूप में रह रहे थे । अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार बराड़ पर 1 मई, 2023 को एडमिंटन और सरे में हत्या की साजिश का भी आरोप है। मूकर ने कहा कि “ IHIT ने अपनी जांच को आगे बढ़ाने की उम्मीद में आरोपियों की तस्वीरें जारी की हैं। जिस किसी ने भी हत्या से पहले के हफ्तों में सरे में या उसके आसपास इन व्यक्तियों को देखा हो, या हत्या के बारे में जानकारी रखता हो उस व्यक्ति को IHIT से संपर्क करने के लिए कहा गया है ।
जानें कौन हैं पकड़े गए तीनों आरोपी ?
करण बराड़
- करण बराड़ (22) फरीदकोट के कोटकपूरा शहर का निवासी है। वह अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र है।
- करण बराड़ कोटकपूरा के चौक काजिया के पास का रहने वाला है ।
- लगभग साढ़े चार साल पहले 12वीं की पढ़ाई करने के बाद स्टडी वीजा पर कनाडा गया था और अब एल्बर्टा के एडमिंटन शहर में रह रहा है।
- 18 अप्रैल को उसके पिता मनदीप सिंह बराड़ की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उसकी माता रमनदीप बराड़ लगभग डेढ़ साल पहले सिंगापुर चली गई थी।
- करण बराड़ अपने पिता की मौत पर भी नहीं आया था। अब घर में सिर्फ उसके दादा बलवीर सिंह बराड़ हैं।
- दादा बलवीर सिंह बराड़ ने बताया कि यहां पर उनका पोता बहुत ही शरीफ और समझदार था। कनाडा जाकर क्या हुआ इस बारे में उन्हें कुछ नहीं पता।
- उन्हें तो इसके बारे में भी सोशल मीडिया पर आई खबरों के बाद ही पता चला है।
- यह खबर सुनकर अपने पति की मौत के कारण कोटकपूरा आई उसकी मां परेशान है और उन्हें उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
कमलप्रीत सिंह
- संदिग्धों की जड़ें बटाला, कोटकपूरा तक ही नहीं जालंधर से भी जुड़ी हैं।
- कमलप्रीत सिंह (23) पंजाब का मूल निवासी है और जालंधर के नकोदर कस्बे के गांव चक्क कलां में रहने वाला है।
- कनाडा पुलिस द्वारा कोर्ट में दायर चार्जशीट के मुताबिक हत्या के आरोपियों का कनाडा में हुई तीन अन्य घटनाओं में भी हाथ है।
- कमलप्रीत तीन साल पहले स्टडी वीजा पर कनाडा गया या उसकी बहन शादी कर 2 साल पहले कनाडा गई है।
- उसके पिता सतनाम सिंह गांव के पंच हैं और उनका कन्वा शंकर में आढ़त का कारोबार है। करीब 25 एकड़ में खेती है।
- कमलजीत के घर में उसके अलावा मां सुखविंदर कौर और दादी हैं।
- सुरक्षा एजेंसियां ने फैमिली से बात की, मगर फैमिली ने कहा उनका बेटा तो पढ़ने गया था वह कैसे लरिस गैंग से जुड़ गया, इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
करणप्रीत सिंह
- करणप्रीत सिंह (28) बटाला के सुंदल गांव के रहने वाला है और उसके पिता सुखदेव सिंह गांव के गुरुद्वारे में ग्रंथी हैं।
- 3 साल पहले करणप्रीत के कनाडा जाने से पहले पिता-पुत्र दुबई में ट्रक चलाते थ।
- करणप्रीत उस संघ से जुड़ा हुआ है जिसके नेता 2021 लाल किला हिंसा के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
जयशंकर ने कहा- भारत पर आरोप लगाना कनाडा की मजबूरी
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि निज्जर की हत्या पर कनाडा जो कुछ भी कर रहा वो उसकी मजबूरी है। कनाडा में जो कुछ हो रहा है, वह "ज्यादातर उनकी आंतरिक राजनीति के कारण है और इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है"। उन्होंने कहा, "खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं का एक वर्ग कनाडा के लोकतंत्र का उपयोग कर रहा है, एक लॉबी बना रहा है और वोट बैंक बन गया है।"
जयशंकर ने कहा कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वे स्पष्ट रूप से किसी प्रकार के गिरोह पृष्ठभूमि वाले भारतीय हैं। हम कनाडा की पुलिस से उनके बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर कनाडा के पास कोई ठोस सबूत है, तो उसे भारत के साथ साझा करना चाहिए। “कनाडा ने हमें कभी भी ऐसा कुछ नहीं दिया है जिससे भारत सरकार की संलिप्तता का प्रमाण हो”।