देश की वो ऐतिहासिक इमारत जहां सबसे ज्‍यादा जाते हैं टूर‍िस्‍ट, इस दम पर होती है करोड़ों की कमाई

punjabkesari.in Friday, Jul 22, 2022 - 11:52 AM (IST)

नेशनल डेस्क: ताजमहल भारत में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला स्मारक बना हुआ है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने पिछले तीन वर्षों में 'प्यार के स्मारक' से टिकटों की बिक्री से लगभग 132 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं।

यहां तक कि कोविड -19 महामारी के दौरान, जब सभी विरासत स्थलों और स्मारकों को महीनों के लिए बंद कर दिया गया था और आगंतुकों की संख्या पर रोक लग गई थी तब भी भारत के पर्यटन की शानदार महिमा ने 2019-20 में 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी। ताज से कमाई 2019 से 2022 तक तीन वित्तीय वर्षों के लिए प्रवेश टिकटों की बिक्री से एएसआई द्वारा उत्पन्न कुल राजस्व का लगभग 24 प्रतिशत है। एएसआई को पिछले तीन वर्षों में अतिरिक्त 17.76 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें मुख्य मकबरे (संगमरमर के बाड़े) के लिए 200 रुपये की लागत से एक अलग प्रवेश परमिट की बिक्री हुई, इसमें मुगल राजघराने की कब्रों की प्रतिकृतियां हैं। यह नई व्यवस्था दिसंबर 2018 में पेश की गई थी।

सर्वेक्षण देश में 143 टिकट वाली साइटों सहित 3,693 स्मारकों का प्रबंधन और सुरक्षा करता है। इन सभी संरक्षित स्मारकों और स्थलों को मार्च 2020 में कोविड प्रकोप के बाद बंद कर दिया गया था। महामारी के थमने के बाद, विरासत भवनों को फिर से खोल दिया गया था। अन्य महत्वपूर्ण राजस्व ग्रॉसर दिल्ली में लाल किला और कुतुब मीनार हैं, जिन्होंने 2021-2022 में क्रमशः 6.01 करोड़ रुपये और 5.07 करोड़ रुपये कमाए। कोविड महामारी के प्रकोप से पहले एएसआई की कमाई 16वीं सदी के किले-महल से 2019-20 में 16.23 करोड़ रुपये और 2020-21 में 90 लाख रुपये थी। वर्ष 2019-20 में कुतुब मीनार के टिकटों की बिक्री से सर्वे ने 20.17 करोड़ रुपये की कमाई की। महामारी वर्ष के दौरान, 12 वीं शताब्दी की मीनार से राजस्व घटकर 1.56 करोड़ रुपये हो गया था।


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Content Writer

Anil dev

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