हिमाचली बेटी प्रिया ठाकुरनया इतिहास लिखते हुए बनी पहली महिला डॉग हैंडलर, खतरनाक परिस्थितियों में करेंगी ड्यूटी

punjabkesari.in Monday, Mar 21, 2022 - 02:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के राष्ट्रीय प्रशिक्षण सीमा केंद्र में हिमाचल प्रदेश की पहली महिला डॉग हैंडलर प्रिया ठाकुर महिला आईटीबीपी के-9 हैंडलर्स के पहले बैच में शामिल होंगी। पहली बार कोई महिला कांस्टेबल ने हाल ही में अपनी बेसिक ट्रेनिंग पूरी की है। यह सेंटर कुत्तों, घोड़ों और टट्टू जैसे जानवरों को हैंडल करने की ट्रेनिंग देते हैं। अब तक अधिकारी रैंक में कुछ महिला पशु चिकित्सकों को छोड़कर, सेवा में सभी कुत्ते के संचालक पुरुष रहे हैं। वह जल्द ही महिला आईटीबीपी डॉग हैंडलर्स के पहले बैच में शामिल हो जाएंगी, क्योंकि बल अपने नए प्रशिक्षण कार्यक्रम को अंतिम रूप दे रहा है। आईटीबीपी के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसी इकाइयों में तैनात महिला डॉग हैंडलर्स को कठिन इलाकों और खतरनाक परिस्थितियों में लड़ाकू ड्यूटी और अन्य परिचालन कार्यों को सौंपा जाएगा।

डॉग्स लवर है प्रिया
जब प्रिया ठाकुर से पूछा गया कि उन्होंने डॉग स्क्वाड ज्वाइन करने के बारे में क्यों सोचा तो  इस बारे में उन्होंने कहा कि महिलाओं ने जीवन के सभी क्षेत्रों में असाधारण तौर पर प्रगति की है। जब मैं एचपी पुलिस विभाग में शामिल हुई तो मुझे डॉग स्क्वायड के बारे में पता चला और यह भी पता चला कि वहां कोई महिला संचालक नहीं थी। एक डॉग लवर होने के नाते जब मुझे इस अवसर के बारे में पता चला तो मैंने झट से वो ऑफर ले लिया। प्रिया ठाकुर का कहना है कि सॉफ्टी मेरा पहला पुलिस डॉग है। 9 महीने की ट्रेनिंग में से हमने 3 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। प्रिया सीमाओं पर गश्त, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों का पता लगाने, खोज और बचाव मिशन, संदिग्धों पर नजर रखने और उन्हें रोकने जैसे कर्तव्यों का पालन करेंगी।

क्या कहते हैं महानिरीक्षक
आईटीबीपी के महानिरीक्षक ईश्वर सिंह दुहन कहते हैं कि महिला कॉन्स्टेबलों के लिए एटी कैडर खोलने उन्हें अधिक पेशेवर होने का अवसर देता है और उन्हें एक ऐसे कौशल के साथ सशक्त बनाता है, जो न केवल फोर्स के लिए फायदेमंद है, बल्कि सेवा से निवृत होने के बाद भी मददगार हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आईटीबीपी में महिला कर्मियों की संख्या बढ़ने के साथ हमने हाल ही में प्रशासनिक आवश्यकताओं को पूरा करने और रोजगार में किसी भी तरह के भेदभाव को दूर करने के लिए कई अन्य गैर-सामान्य कर्तव्य संवर्गों और व्यवसायों में महिलाओं की भर्ती शुरू की है। आईटीबीपी के गैर-सामान्य ड्यूटी कांस्टेबलों के हालिया बैच में 76 महिलाएं थीं, जिनमें से कई ने एटी कैडर में सेवा करने की इच्छा दिखाई है। आईटीबीपी की 56 परिचालन इकाइयां हैं और प्रत्येक इकाई चार कुत्तों को अधिकृत करती है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Related News