APJ Abdul Kalam :जब अविवाहित कलाम ने कहा- ''वो तीन बच्चों के पिता हैं'' , हैरान रह गए थे लोग

punjabkesari.in Saturday, Oct 15, 2022 - 10:44 AM (IST)

नई दिल्लीः मिसाइल मैन के नाम से मशहूर देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम यानि अबुल पकिर जैनुलआबेदीन अब्दुल कलाम की आज 91वीं जयंती है। इस खास मौके पर आज देश में हर कोई उन्हें याद कर रहा है।  एपीजे अब्दुल कलाम के व्यक्तित्व को किसी एक दायरे में सीमित नहीं किया जा सकता। जिंदगी ने जब उन्हें जिस भूमिका को निभाने का दायित्व सौंपा, वह उसपर खरे उतरे। वे देश के राष्ट्रपति रहे, एक महान विचारक रहे, लेखक रहे और वैज्ञानिक भी रहे। देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा। डाॅ. कलाम का जीवन हमेशा लोगों के लिए प्रेरणा का श्रोत है, कलाम ने ये साबित किया कि इंसान अपने कर्मों और ज्ञान से ही बड़ा बनता है ना कि कपड़ों और पैसों से।

PunjabKesari

डॉ. कलाम देश के पहले ऐसे राष्ट्रपति बने, जो सोशल मीडिया में लगातार  युवाओं तथा नए वैज्ञानिकों और बच्चो के लिए प्रेरक बाते लिखा करते थे। ये बात पूरी दुनिया जानती है कि बच्चों के बेहद प्रिय कलाम साहब ने पूरा जीवन अकेले बिताया, उन्होंने शादी नहीं की और ना ही अपना परिवार बढ़ाया, लेकिन सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि उनके बच्चे थे।

इस बात को खुलासा जब एक इंटरव्यू के दौरान हुआ, जब उनके निजी जीवन के बारे में पूछा गया। दरअसल, एक बार राष्ट्रपति भवन में कलाम साहब बच्चों के बीच में घिरे हुए थे। उसी वक्त वहां उनका इंटरव्यू लेने आए एक विदेशी पत्रकार ने उनसे पूछा था कि आपकी कोई अपनी संतान नहीं है फिर भी आप बच्चों से इतना प्यार करते हैं? पत्रकार की बातें सुनकर कलाम साहब मुस्कुराए और बड़ी शालीनता के साथ बोले कि नहीं आप गलत हैं मेरे तीन बच्चे हैं। कलाम साहब का यह जवाब सुनकर सब हैरान रह गए, लेकिन जब उन्होंने अपनी पूरी बात कही तो हर किसी की आंखें खुशी और गर्व से छलछला उठीं, क्योंकि कलाम ने कहा कि आपको पता नहीं मेरे तीन बेटे हैं, जिनके नाम हैं पृथ्वी, अग्नी और ब्रह्मोस।

PunjabKesari


15 अक्टूबर, 1931 को भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के रामेश्वर में पैदा हुए एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था। एक मछुआरे घर में जन्मे कलाम साहब का बचपन बेहद अभावों में बीता था। गणित और भौतिक विज्ञान उनके पसंदीदा विषय थे। शिक्षा से कलाम को इतना प्रेम था कि वह बस स्टैंड पर अखबार बेच कर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला करते थे।
कलाम ने अपनी पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से की थी। उन्हें साल 2002 में भारत का राष्ट्रपति बनाया गया था। वो बच्चों से बेइंतहा मोहब्बत करते थे और इसे विधि का विधान कहिए कि अपने अंतिम वक्त में भी वो बच्चों के ही साथ थे। आपको बता दें कि उनका 27 जुलाई, 2015 को शिलांग में निधन हो गया था वे आईआईएम शिलांग में लेक्चर देने गए थे, इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वो पंचतत्व में लीन हो गए थे।

PunjabKesari

इसके अलावा डॉ कलाम के तीन बहुत अच्छे दोस्त थे.रामानंद शास्त्री, अरविंदन और शिवप्रकाशन. तीनो ही परंपरागत हिंदू ब्राह्मण परिवारों से थे. बचपन में उन्होंने कभी भी हिंदू मुस्लिम का भेदभाव नहीं देखा और तीनों ही ताउम्र उनके अच्छे दोस्त बने रहे। इसलिए उनके अंदर सभी धर्मों के लिए आदर की भावना पैदा हुई। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Related News