Earthquake: म्यांमार - भारत के बाद इस देश में आया जोरदार भूकंप, घरों से बाहर निकले लोग
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 08:06 AM (IST)

नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से धरती लगातार हलचल में है। पहले म्यांमार, फिर भारत और अब दक्षिण अमेरिका के चिली में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए हैं। विशेषज्ञ इसे टेक्टोनिक प्लेट्स की बढ़ती सक्रियता का संकेत मान रहे हैं।
शनिवार सुबह, उत्तर चिली में आए भूकंप ने एक बार फिर लोगों को डरा दिया। भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई, जो कि हल्के से मध्यम स्तर की मानी जाती है, लेकिन इसकी गहराई करीब 178 किलोमीटर रही। गहराई ज्यादा होने के चलते इसका असर सतह पर थोड़ा कम रहा, परंतु स्थानीय लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। इस भूकंप की जानकारी जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने दी है। हालांकि अब तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन प्रशासन ने सतर्कता बनाए रखने की अपील की है।
म्यांमार में फिर डोली धरती, लगातार दूसरे दिन झटके
चिली से पहले, म्यांमार में भी धरती हिली। बीते 24 घंटों में दो बार भूकंप दर्ज किया गया। शुक्रवार को रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.0 रही, जबकि शनिवार तड़के आए झटकों की तीव्रता 3.9 मापी गई। इन झटकों का केंद्र 10 किलोमीटर गहराई में था। ये झटके तो हल्के थे, लेकिन 29 मार्च को म्यांमार में 7.0 से ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने के बाद से अब तक कई बार जमीन कांप चुकी है, जिससे वहां के लोगों में लगातार डर बना हुआ है।
भारत भी नहीं रहा अछूता, मेघालय में महसूस हुए झटके
भारत के मेघालय राज्य में भी बीती रात भूकंप के हल्के झटके दर्ज किए गए। ईस्ट गारो हिल्स इलाके में आधी रात को भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 2.7 रही। इससे पहले भी यहां 3.1 तीव्रता का भूकंप आ चुका है। दोनों बार झटके ज़रूर हल्के थे, लेकिन यह क्षेत्र भी अब सिस्मिक एक्टिविटी के ज़ोन में आ रहा है।
भविष्य के लिए चेतावनी?
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह लगातार अलग-अलग हिस्सों में भूकंप आना टेक्टोनिक प्लेट्स की अस्थिरता की ओर इशारा करता है। फिलहाल, राहत की बात ये है कि इन घटनाओं में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ज़रूरी है कि लोग सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।