Mumbai Terror Attack: 26/11 का वो काला दिन जब मुंबई में 3 दिन तक चला खूनी खेल, लोगों के उड़ते रहे चीथड़े

punjabkesari.in Friday, Nov 26, 2021 - 01:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 26 नवंबर 2008 की खौफनाक और दर्दनाक रात थी। मुंबई के गिरगाम चौपाटी इलाके में पुलिस की एक टीम को नाकेबंदी का आदेश मिला था । रात करीब 12.30-1 बजे उन्हें एक संदिग्ध स्कोडा गाडी नजर आई थी।  जैसे ही पुलिस के जवान उसकी तरफ बढ़े, गाड़ी डिवाइडर पर चढ़कर दूसरी तरफ चलने लगी लगी। दोनों तरफ से एक दम से फायरिंगहोना शुरू हुई और इसमें स्कोडा गाड़ी  के ड्राइवर की  मौत हो गयी थी।



गाड़ी  में आतंवादी ड्राइवरइस्माइल खान था। कार की दूसरी तरफ से कसाब  बैठा था जिसके पास AK -47 के साथ बहार निकला। जैसे ही कसाब ने AK -47 का ट्रिगर दबायाअसिस्टेंट सब इंस्पेक्टर तुकाराम ओंबले ने दबोच लिया और उसकी बंदूक का बैरल पकड़ लिया। ओंबले के सीने में 6 -7 गोलियां के साथ हमला हुआ और उनकी वारदात में मौत हो गयी। इस मंजर के बाद तब तक पुलिस टीम पहुंच गई और कसाब पर लाठी-डंडों से हमला कर पकड़ लिया था और पूरा मुंबई दहशत में था । 



कसाब और उसके सभी साथियों को मछली पकड़ने, मैप्स, GPS के इस्तेमाल की पूरी ट्रेनिंग मिली हुई थी।  कसाब ने अपने बयान में बताया था कि उससे को मरीन की ट्रेनिंग दी जा रही है और इसके बाद उसको एक अच्छी नौकरी मिलेगी। हमले के बाद जांच एजेंसियों ने उनके पास से  पास  से कई फर्जी पहचान पत्र जुटाए और जिसमें  लिखा था कि वो हैदराबाद के किसी कॉलेज के स्टूडेंट्स हैं। ऐसा  सब उनकी चाल थी कि वो लोगों को कंफ्यूज कर सके। 

26 नवंबर 2008 को हुआ मुंबई आतंकी हमला करने वाले आतंकी पहले भी दो बार कोशिश कर चुके थे। एक बार तो उनकी नाव पत्थर से टकरा गई और वो डूबते-डूबते बचे। हमले में शामिल 10 आतंकियों के नाम थे- अजमल आमिर, अबु इस्माइल डेरा, हफीज अरशद, बाबर इमरान, जावेद, शोएब, नाजिर अहमद, नासिर, अब्दुल रहमान, फहदुल्लाह और अजमल कसाब। इसमें 9 आतंकी मारे गए थे और सिर्फ कसाब जिंदा पकड़ा गया।


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Content Writer

Anil dev

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