Pahalgam Terror Attack: 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद आज बंद रहेंगे सभी स्कूल, काॅलेज और कारोबारी गतिविधियां
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 07:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन इलाके में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद घाटी एक बार फिर शोक और गुस्से के माहौल में डूब गई है। 26 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले इस क्रूर हमले ने न केवल पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि कश्मीर की सामाजिक, शैक्षणिक और कारोबारी गतिविधियों को भी थमने पर मजबूर कर दिया है। हमले के विरोध में पूरे जम्मू-कश्मीर में व्यापक स्तर पर बंद और विरोध की घोषणाएं की गई हैं।
जम्मू में संगठनों ने बुलाया बंद
हमले के खिलाफ नाराज़गी जाहिर करते हुए जम्मू के विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने बंद का ऐलान किया है। डोडा, किश्तवाड़, रियासी और रामबन जैसे इलाकों में भी बंद की कॉल दी गई है। स्थानीय लोगों की मांग है कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
विश्वविद्यालय और स्कूलों में ठप्प हुई गतिविधियाँ
जम्मू विश्वविद्यालय ने भी आतंकी हमले के चलते आज होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। यूनिवर्सिटी द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सभी शैक्षणिक गतिविधियां, लाइब्रेरी और अन्य सेवाएं बंद रहेंगी। हालांकि, पूर्व निर्धारित परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
इसके अलावा, J&K प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने भी सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया है। उन्होंने इस अमानवीय हमले की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि यह केवल पर्यटकों पर नहीं, बल्कि पूरे मानवीय मूल्यों पर हमला है।
कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बुलाया बंद
कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (KCCI) ने 23 अप्रैल को कश्मीर बंद का आह्वान किया है। उन्होंने इस नृशंस हमले में मारे गए पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और व्यापार, उद्योग व वाणिज्यिक संगठनों से बंद में शामिल होने की अपील की है। पर्यटक वाहनों को बंद से छूट दी गई है ताकि फंसे हुए लोग सुरक्षित स्थानों तक पहुंच सकें।
मृतकों में विदेशी नागरिक भी शामिल
पुलिस और स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, आतंकी हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 13 अन्य घायल हैं। मृतकों में 25 पर्यटक और एक स्थानीय नागरिक शामिल है। घायलों का इलाज चल रहा है। इनमें से दो मृतक विदेशी नागरिक थे, जिनकी नागरिकता भारत में जन्म के आधार पर बताई जा रही है।
TRF ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है, जिसे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक छद्म चेहरा माना जाता है। TRF ने अपने ऑनलाइन संदेश में जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोगों को बसाए जाने के खिलाफ चेतावनी दी थी, और यह हमला उसी एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है।