सांपों से भी ज्यादा खतरनाक है मच्छर, जानिए कैसे

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 12:45 PM (IST)

रोम(कैथ): दुनिया का सबसे खतरनाक जीव मच्छर है क्योंकि पूरी दुनिया में सबसे छोटा जीव होते हुए भी मच्छर 7 सालों में 4,35,000 लोगों की मौत का कारण बने, जबकि इसके मुकाबले में जहरीले सांप 50,000 व कुत्ते 25,000 लोगों की जान लेने का कारण बने। 20 अगस्त 1897 को मलेरिया की बीमारी को फैलाने वाले मादा मच्छर प्लाज मोडियम परजीवी का पता लगाने वाले वैज्ञानिक सर डोनाल्डो रोस को काफी मेहनत के बाद मलेरिया जैसी बीमारी का हल मिला। इसी कारण दुनिया की सारी मलेरिया रोग संस्थाओं और एन.जी.ओज की तरफ से 20 अगस्त को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2017 में 87 देशों में मलेरिया के 21,90,00,000 केस सामने आए, जबकि 4,35,000 लोगों की मौत हो गई। वहीं हर 2 मिनट में प्रभावित क्षेत्र में एक बच्चे की मौत हो जाती है और वार्षिक 200 मिलियन मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं। संस्था के अनुसार अब तक अफ्रीका में सबसे ज्यादा मलेरिया के केस पाए गए हैं। बता दें कि इन दिनों मच्छरों से कई खतरनाक बमीरियां फैल रही हैं जो किसी की जान भी ले सकती हैं।

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डेंगू
मच्छरों के कारण डेंगू होता है। इस बीमारी में सही समय में डॉक्टर को नहीं दिखाया तो व्यक्ति की मौत हो सकती है। यह 'मादा इजिप्टी' मच्छर के काटने से फैलता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू जुलाई से अक्तूबर में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। बारिश के कारण जगह-जगह पानी भराव के कारण यह मच्छर पनपते हैं। 

 

चिकनगुनिया
यह मादा मच्छरों के काटने से फैलता है। मच्छर के काटने के 4 से 6 दिनों में ही इसके लक्षण सामने आते हैं। यह घर से ज्यादा बाहर काटते हैं। इन दिनों देशभर में चिकनगुनिया का प्रकोप फैला हुआ है। इसके कुछ लश्रण डेंगू की तरह ही होते हैं।

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जीका वायरस
जीका वायरस 'एडीज' नामक मच्छर से होता है। यह एक ऐसा मच्छर होता है जो किसी संक्रमित व्यक्ति को काट लेता है, जिसके खून में वायरस मौजूद हैं, तो यह किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटकर वायरस आसानी से फैला सकता है। इससे मौत भी हौ सकती है।

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मलेरिया
मच्छरों के काटने से आज मलेरिया एक आम रोग बन गया है। यह परजीवी मादा मच्छर 'एनॉफिलीज' के काटने से फैलता है, साथ ही इसके होने के कुछ अन्य कारण भी हैं। जब यह मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तब रोग का परजीवी रक्तप्रवाह के जरिए उसके यकृत तक पहुंचकर अपनी संख्या को बढ़ाने लगता है। जिसके कारण रेड ब्लड सेल्स पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है। चूंकि मलेरिया के परजीवी रेड ब्लड सेल्स में पाए जाते हैं।

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Seema Sharma

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