ऑपरेशन सिंधु: विदेश में फंसे 4,200 से ज्यादा भारतीयों को सुरक्षित लाया गया वापस, जानिए कैसे हुआ यह मिशन

punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 05:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य पूर्व में तनाव और अस्थिरता के बीच भारत सरकार ने एक बार फिर अपनी सूझबूझ और तेजी से लिए गए फैसलों की मिसाल पेश की है। ऑपरेशन सिंधु के नाम से शुरू किए गए इस विशेष अभियान में भारत ने ईरान और इजराइल जैसे संघर्षग्रस्त इलाकों से 4,244 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित वापस अपने देश लाने में सफलता प्राप्त की है। 18 जून को शुरू हुआ यह ऑपरेशन उस समय शुरू किया गया जब मध्य पूर्व में स्थिति तेजी से बिगड़ रही थी। भारत सरकार को अंदेशा था कि हालात और खराब हो सकते हैं, इसलिए उसने समय रहते कार्रवाई की। विदेश मंत्रालय (MEA) ने तुरंत एक बहु-देशीय एयरलिफ्ट योजना पर काम शुरू किया और एक सटीक रणनीति के तहत भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की।

ईरान से कैसे लौटाए गए नागरिक?

ईरान में करीब 10,000 भारतीय नागरिक मौजूद हैं, जिनमें से 3,426 लोगों को सफलतापूर्वक निकाला गया। इसके लिए भारत ने मशहद (ईरान), येरेवन (आर्मेनिया) और अश्गाबात (तुर्कमेनिस्तान) से कुल 14 विशेष उड़ानों की व्यवस्था की। इन उड़ानों के ज़रिए न केवल भारतीय नागरिकों को लाया गया बल्कि 11 OCI कार्डधारक, 9 नेपाली नागरिक, कई श्रीलंकाई नागरिक, और एक ईरानी नागरिक जो एक भारतीय से विवाहित है, को भी सुरक्षित निकाला गया।

इजराइल से निकासी बनी और मुश्किल

इजराइल से भारतीयों को निकालना और भी जटिल था क्योंकि वहां हवाई क्षेत्र बंद हो चुका था। ऐसे में MEA ने एक वैकल्पिक योजना बनाई। भारतीयों को पहले जमीन के रास्ते जॉर्डन और मिस्र ले जाया गया। इसके बाद वहां से चार विशेष उड़ानों के माध्यम से उन्हें भारत लाया गया। इजराइल में फिलहाल करीब 40,000 भारतीय हैं, जिनमें से 818 को निकाला गया है। बाकी सुरक्षित हैं और स्थिति सामान्य होने तक रुके हुए हैं।

भारत ने निभाया कूटनीतिक संतुलन

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि इस पूरे अभियान में कई देशों का सहयोग मिला। उन्होंने ईरान, आर्मेनिया, तुर्कमेनिस्तान, जॉर्डन और मिस्र की सरकारों का आभार जताया जिन्होंने हवाई क्षेत्र और ज़मीनी सीमाओं को खोलने में मदद की। यह मिशन इसलिए भी खास रहा क्योंकि यह न केवल मानवीय सहायता था, बल्कि कूटनीतिक रिश्तों को भी मजबूती देने का काम कर गया।

भारत की विदेश नीति और मिशन क्षमता का प्रमाण

ऑपरेशन सिंधु, भारत के अब तक के हाई-प्रोफाइल निकासी अभियानों की कड़ी में शामिल हो गया है। इससे पहले ऑपरेशन गंगा (यूक्रेन संकट के समय) और ऑपरेशन कावेरी (सूडान संघर्ष) जैसे अभियानों ने भी वैश्विक मंच पर भारत की छवि को मजबूत किया था।

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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