हर दर्द में पेन किलर लेना हो सकता है खतरनाक, जानिए कैसे करें अपनी लिवर और किडनी की रक्षा
punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 02:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में दर्द तुरंत खत्म करना हर किसी की इच्छा होती है। सिरदर्द हो, मासिक धर्म की ऐंठन या मांसपेशियों की थकान, इन सभी में पेन किलर की गोलियां लेना आम बात हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार और बिना सलाह के पेन किलर लेना आपकी लिवर और किडनी के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? छोटी-सी राहत की गोली कहीं आपकी सेहत के लिए जहर तो नहीं बन रही? पेन किलर दवाइयां जैसे कि पेरासिटामोल (Paracetamol), इबुप्रोफेन (Ibuprofen) और डायक्लोफेनाक (Diclofenac) हमारे शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिन नामक केमिकल के उत्पादन को रोकती हैं। ये केमिकल हमारे शरीर में दर्द और सूजन का अहसास कराते हैं। जब इनके स्तर घट जाते हैं तो हमें दर्द से राहत मिलती है।
लिवर पर पेन किलर का प्रभाव
पेरासिटामोल का अधिक मात्रा में सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। यह लिवर की कोशिकाओं को डैमेज करता है जिससे लंबे समय तक लेने पर हेपेटाइटिस या लिवर फेलियर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के पेरासिटामोल की गोली बार-बार नहीं लेनी चाहिए।
किडनी पर NSAIDs का असर
इबुप्रोफेन और डायक्लोफेनाक जैसे NSAIDs दवाएं किडनी की रक्त आपूर्ति को प्रभावित करती हैं। इससे किडनी की कार्य क्षमता धीरे-धीरे कमजोर हो सकती है और अंत में क्रॉनिक किडनी डिजीज का खतरा बन जाता है। खासकर जो लोग पहले से किडनी की समस्या से जूझ रहे हों, उन्हें खास सावधानी बरतनी चाहिए।
ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी का खतरा
लगातार NSAIDs लेने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और यह दिल की बीमारी का भी कारण बन सकता है। बुजुर्ग और पहले से हृदय रोग से पीड़ित लोग इस मामले में और अधिक संवेदनशील होते हैं।
कब हो जाएं सावधान?
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जब आप हर छोटी-मोटी परेशानी पर पेन किलर लेने लगें
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जब लंबे समय से बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं खाते रहें
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अगर आपको लिवर या किडनी से जुड़ी कोई समस्या हो
दर्द से राहत के सुरक्षित विकल्प
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गुनगुनी सिकाई या हॉट वॉटर बैग से आराम पाएं
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हल्का व्यायाम या योग अपनाएं
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पूरी नींद लें और शरीर में पानी की कमी न होने दें