मानसून ने केरल में मचाई तबाही; भारी बारिश से सैलाब, लोगों को घर छोड़ना पड़ा मजबूर
punjabkesari.in Monday, May 26, 2025 - 03:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल के वायनाड, त्रिशूर, कोझिकोड, पलक्कड़ और कन्नूर जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियों और जलाशयों का जलस्तर बढ़कर खतरनाक स्तर के पास पहुंच गया है। इस कारण सैकड़ों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों और राहत शिविरों में शिफ्ट किए गए हैं।
राहत एवं बचाव कार्य में जुटी प्रशासनिक टीमें
वायनाड के सुल्तान बाथरी क्षेत्र के पुजमकुनी गांव में कई आदिवासी परिवारों को बचाकर राहत शिविरों में भेजा गया है। एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं और स्थानीय प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। त्रिशूर में तेज़ हवाओं के कारण उखड़े पेड़ों ने सड़क यातायात बाधित कर दिया है, जिसे हटाने में दमकल और पुलिस विभाग लगे हुए हैं। रेल मार्ग पर भी पेड़ गिरने से आवाजाही प्रभावित हुई है।
भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, जलस्तर खतरनाक स्तर पर
पलक्कड़ जिले के ऊंचाई वाले इलाकों अट्टापडी और नेल्लियामपथी में भी तेज़ बारिश और हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया है। कोझिकोड के पूनूर पुझा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर से ऊपर पहुंच चुका है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और सभी प्रभावित इलाकों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जारी किया अलर्ट
केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने राज्य के कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में इडुक्की, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड और कन्नूर शामिल हैं। तेज़ हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा कोल्लम, अलपुझा और कासरगोड में भी बारिश और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
सरकार की अपील और बैठक स्थगित
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कोच्चि में मंगलवार को महिलाओं के साथ होने वाली बैठक को बारिश की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्थगित कर दिया है। राज्य सरकार और राहत एजेंसियों ने लोगों से अधिक सतर्कता बरतने, आपदा नियंत्रण केंद्रों से संपर्क करने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है।