भ्रष्टाचार के वंशवाद पर PM मोदी का निशाना, कहा- सजा न मिलने से करप्शन और बढ़ता है

punjabkesari.in Tuesday, Oct 27, 2020 - 05:29 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मैं आपके सामने एक और बड़ी चुनौती का जिक्र करने जा रहा हूं। ये चुनौती बीते दशकों में धीरे-धीरे बढ़ते हुए अब देश के सामने एक विकराल रूप ले चुकी है। ये चुनौती है भ्रष्टाचार का वंशवाद। यानि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर हुआ भ्रष्टाचार। बीते दशकों में हमने देखा है कि जब भ्रष्टाचार करने वाली एक पीढ़ी को सही सजा नहीं मिलती, तो दूसरी पीढ़ी और ज्यादा ताकत के साथ भ्रष्टाचार करती है। उसे दिखता है कि जब घर में ही, करोड़ों रुपए कालाधन कमाने वाले का कुछ नहीं हुआ, तो उसका हौसला और बढ़ जाता है। इस वजह से कई राज्यों में तो ये राजनीतिक परंपरा का हिस्सा बन गया है। पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार का ये वंशवाद, देश को दीमक की तरह खोखला कर देता है।

गरीब उठाता है भ्रष्टाचार का सबसे ज्यादा नुकसान
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2016 में मैंने कहा था कि गरीबी से लड़ रहे हमारे देश में भ्रष्टाचार का रत्ती भर भी स्थान नहीं है। भ्रष्टाचार का सबसे ज्यादा नुकसान अगर कोई उठाता है तो वो देश का गरीब ही उठाता है। ईमानदार व्यक्ति को परेशानी आती है। हमारा इस बात पर ज्यादा जोर है कि सरकार का न ज्यादा दबाव हो और न सरकार का अभाव हो। सरकार की जहां जितनी जरूरत है, उतनी ही होनी चाहिए। इसलिए बीते वर्षों में डेढ हजार से कानून खत्म किए गए हैं। अनेक नियमों को सरल किया गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार का ये वंशवाद देश को दीमक की तरह खोखला कर सकता है। भ्रष्टाचार के खिलाफ एक भी केस में ढिलाई उसी केस तक सीमित नहीं रहती बल्कि वो एक भविष्य के भ्रष्टाचार के लिए नींव बनाती है। उन्होंने कहा कि मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि भारत बनाब भ्रष्टाचार की लड़ाई में वो हमेशा की तरह भारत को मजबूत करते रहेंगे। मुझे भरोसा है कि ऐसा करके हम सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदर्शों का भारत बनाने का सपना पूरा कर पाएंगे। समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत बना पाएंगे। भ्रष्टाचार केवल कुछ रुपयों की ही बात नहीं होती। एक तरफ भ्रष्टाचार से देश के विकास को ठेस पहुंचती है। साथ ही भ्रष्टाचार सामाजिक संतुलन को तहस-नहस कर देता है। देश की व्यवस्था पर जो भरोसा होना चाहिए, भ्रष्टाचार उस भरोसे पर हमला करता है।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि अब DBT के माध्यम से गरीबों की मिलने वाला लाभ 100 प्रतिशत गरीबों तक सीधे पहुंच रहा है। अकेले DBT की वजह से 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा गलत हाथों में जाने से बच रहे हैं। आज ये गर्व के साथ कहा जा सकता है कि घोटालों वाले उस दौर को देश पीछे छोड़ चुका। Corruption हो, Economic Offences हों, Drugs हो, Money Laundering हों, या फिर Terrorism, Terror Funding हो, ये सब एक दूसरे से जुड़े होते हैं। इसलिए, हमें Corruption के खिलाफ Systemic Checks, Effective Audits और Capacity Building and Training का काम मिलकर करना होगा। बीते वर्षों में देश corruption पर zero tolerance की approach के साथ आगे बढ़ा है।


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Yaspal

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