शिवसेना एमजीपी के साथ बातचीत कर रही है : संजय राउत

punjabkesari.in Sunday, Dec 18, 2016 - 03:45 PM (IST)

नई दिल्ली: भाजपा के साथ तल्ख होते रिश्तों के बीच शिवसेना ने कहा है कि उसने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ बातचीत शुरू की है। इससे पहले गोवा में लक्ष्मीकांत पारसेकर की कैबिनेट से एमजीपी के दो सदस्यों को निकाल दिया गया था।  

भाजपा के पूर्व सहयोगी के साथ चुनावी समझौता चल रही है बातचीत: राउत 
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी भाजपा के पूर्व सहयोगी के साथ चुनावी समझौता करने के लिए बातचीत कर रही है लेकिन यह शुरूआती दौर में है। पार्टी का पहले ही आरएसएस के बागी नेता सुभाष वेलिंगकर की गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) के साथ आगामी चुनाव के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन है। 

सहयोगी ने गठबंधन धर्म निभाते हुए सरकार को समर्थन
13 दिसंबर को पारसेकर ने एमजीपी के दो मंत्रियों को कैबिनेट से इसलिए निकाल दिया था ताकि भाजपा कैडर को हतोत्साहित होने से बचाया जा सके, जो चुनावी राज्य में उनके बयानों से हो रहा था। हालांकि सहयोगी ने गठबंधन धर्म निभाते हुए सरकार को समर्थन करना जारी रखा हुआ है।  

गोवा को भाजपा नीत सरकार से मुक्ति चाहिए: राउत 
राउत ने कहा कि गोवा को भाजपा नीत सरकार से मुक्ति चाहिए। हमारा वेलिंगकर के साथ पहले ही चुनाव पूर्व गठबंधन है। हम एमजीपी के साथ भी बातचीत कर रहे हैं और राज्य में महागठबंधन की ओर देख रहे हैं। वेलिंगकर भी एमजीपी के साथ बातचीत कर रहे हैैं।  सूत्रों ने कहा कि पार्टी चुनाव घोषणा पत्र को जीएसएम के साथ मिलकर अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।  दिलचस्प है कि शिवसेना का कोंकण गढ़ है और फिर भी यह कभी सीटें जीतने के मामले में पड़ोसी गोवा में अपनी छाप नहीं छोड़ सकी। यह मुख्य रूप से भाषा के मुद्दे की वजह से है। शिवसेना मराठी के लिए पैरवी करती है जबकि गोवा मुख्य रूप से कोंकणी राज्य है।  पार्टी ने 2012 में तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था और इसे कुल 2010 वोट मिले थे। 


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