'संजय राउत खिचड़ी घोटाले के सरगना, उन्होंने परिवार सहित रिश्वत ली', संजय निरुपम का बड़ा आरोप

punjabkesari.in Monday, Apr 08, 2024 - 01:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस से बर्खास्त नेता संजय निरुपम ने सोमवार को आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत कुख्यात 'खिचड़ी घोटाले' के 'किंगपिन' हैं और इसके लिए उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों व व्यापारिक भागीदारों के जरिए से रिश्वत ली थी।

ईडी बढ़ाए जांच का दायरा
निरुपम ने कहा, ''प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को संजय राउत के परिवार के सदस्यों को शामिल करने के लिए अपनी जांच का दायरा बढ़ाना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वह पूरे घोटाले का मुख्य सरगना है जिसमें गरीब प्रवासियों को खाना खिलाने के लिए दिया गया पैसा लूट लिया गया।'' उन्होंने दावा किया कि आरोपी कंपनी सह्याद्रि रिफ्रेशमेंट्स ने कथित तौर पर चेक में रिश्वत दी थी, जो राउत की बेटी, उनके भाई और उनके एक साथी के बैंक खातों में जमा की गई थी।

निरुपम ने दलील दी कि सह्याद्रि रिफ्रेशमेंट्स द्वारा जारी किए गए कई चेक, जिनकी राशि लगभग एक करोड़ रुपए है, को मई 2020 से जनवरी 2021 के बीच अलग-अलग तारीखों पर राउत की बेटी और उनके भाई के साथ-साथ एक बिजनेस पार्टनर के बैंक खातों में जमा किया गया था। उन्होंने 3.5 लाख रुपए, 5 लाख रुपए, 1.25 लाख रुपए, 3 लाख रुपए (बेटी के बैंक खाते) की चेक राशि का भुगतान किया; 5 लाख रुपए और 1.25 लाख रुपए (भाई का खाता) और पार्टनर सुजीत पाटकर के खाते में 14 लाख रुपए, 14 लाख रुपए, 10 लाख रुपए, 1.90 लाख रुपए और 1.90 लाख रुपए के चेक।

'33 रुपए में 300 ग्राम खिचड़ी'
निरुपम ने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने सह्याद्रि रिफ्रेशमेंट्स को कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के चरम पर फंसे प्रवासियों के लिए 35 रुपए प्रति प्लेट पर 300 ग्राम 'खिचड़ी' उपलब्ध कराने का ठेका दिया था। बदले में सह्याद्रि रिफ्रेशमेंट्स ने एक अन्य पार्टी को एक उप-अनुबंध दिया जो 16 रुपए प्रति प्लेट पर 100 ग्राम ‘खिचड़ी’ की आपूर्ति करेगी। इसका मतलब यह है कि गरीबों, फंसे हुए प्रवासियों के लिए बनाई गई 200 ग्राम 'खिचड़ी' संजय राउत और उनके सहयोगियों द्वारा 'चोरी' कर ली गई।''

इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि उप-ठेकेदार ने कथित तौर पर अनुबंध की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पश्चिमी उपनगरों में एक निजी रेस्तरां की रसोई दिखाई थी, "वह भी उस रेस्तरां की जानकारी के बिना और उसके मालिक ने इस आशय का एक हलफनामा दायर किया है।" ये सभी चौंकाने वाली घटनाएं तब हुईं जब तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे हर दूसरे दिन सोशल मीडिया पर लाइव आते थे और आश्वासन देते थे कि उन्होंने फंसे हुए मजदूरों के भोजन और कल्याण की जिम्मेदारी ली है। निरुपम ने ईडी से इन पहलुओं पर अपनी जांच का दायरा बढ़ाने और संजय राउत के साथ-साथ एसएस (यूबीटी) के लोकसभा उम्मीदवार अमोल जी कीर्तिकर को 'खिचड़ी घोटाले' में शामिल होने के लिए गिरफ्तार करने का आह्वान किया।


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Content Editor

rajesh kumar

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