Upcoming IPO: दिसंबर की सबसे बड़ी एंट्री! Meesho, Aequs और Vidya Wires—किसमें मिलेगा सबसे तगड़ा रिटर्न?

punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 10:30 AM (IST)

नेशनल डेस्क: शेयर बाजार आज एक तरफ गिरावट में रहा और सेंसेक्स फिसलकर 59,274 के स्तर पर बंद हुआ, लेकिन इसी माहौल में IPO बाज़ार जबरदस्त गर्मी पकड़ चुका है। 3 दिसंबर से खुल रहे Meesho, Aequs और Vidya Wires के इश्यूज़ ने लिस्टिंग से पहले ही ग्रे मार्केट में हलचल मचा दी है—जहां Meesho करीब 40%, Aequs लगभग 36% और Vidya Wires करीब 10% प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे हैं। तीनों इश्यू 5 दिसंबर तक निवेश के लिए खुले रहेंगे, 8 दिसंबर को अलॉटमेंट और 10 दिसंबर को लिस्टिंग होगी। अब बड़ा सवाल—किस आईपीओ में सबसे ज्यादा फायदा?

Meesho IPO: छोटे शहरों की ताकत बना कंपनी का सबसे बड़ा हथियार

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि Meesho की सबसे बड़ी स्ट्रेंथ उसकी देशभर में गहरी पहुंच है—खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में, जहां ई-कॉमर्स कंपनियों की पैठ उतनी मजबूत नहीं है। पहली बार ऑनलाइन खरीदारी करने वाले ग्राहकों में यह प्लेटफॉर्म बेहद लोकप्रिय है क्योंकि यहां उत्पादों की कम कीमतें बड़ा आकर्षण हैं। वैल्यूएशन की बात करें, तो ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी की वैल्यू तकरीबन 50,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। हालांकि कंपनी अभी नुकसान में है, इसलिए P/E नेगेटिव है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि लंबी अवधि में यह मजबूत रिटर्न दे सकती है।

Aequs IPO: Boeing–Airbus को सप्लाई करने वाली कंपनी, ग्रे मार्केट में जोरदार मांग

992 करोड़ के इस इश्यू ने निवेशकों का ध्यान खूब खींचा है। कंपनी एयरोस्पेस कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग में विशेषज्ञ मानी जाती है और एक सिंगल SEZ में वर्टिकली इंटीग्रेटेड सेटअप इसकी खासियत है। यह कंपनी Airbus, Boeing और Safran जैसे दिग्गजों को पार्ट्स सप्लाई करती है—और यही वजह है कि निवेशकों में भरोसा मजबूत है। एयरोस्पेस इंडस्ट्री के पास आने वाले कई सालों के ऑर्डर्स की लाइन लगी होती है, इसलिए इस सेक्टर के भविष्य को बहुत उज्ज्वल माना जा रहा है।

ब्रोकरेज हाउस सावधानी के साथ लॉन्ग-टर्म निवेश की सलाह दे रहे हैं।

Vidya Wires IPO: स्थिर बिजनेस, मजबूत बैलेंस शीट—लेकिन GMP में ठंडक

कॉपर कंडक्टर बनने वाली यह कंपनी करीब 40 साल पुरानी है और लगातार मुनाफा कमाने वाली इंडस्ट्री में काम करती है। इनके ग्राहकों में ABB, Siemens और Crompton जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। ग्रे मार्केट में इसके शेयर का प्रीमियम पहले के मुकाबले फिसलकर 10% रह गया है, जबकि 29 नवंबर को यह 19% तक पहुंच चुका था। प्राइस बैंड के अपर लेवल पर इसका P/E लगभग 23 गुना है—विशेषज्ञ इसे वाजिब वैल्यूएशन मान रहे हैं। FY25 में कंपनी ने टैक्स के बाद मुनाफे में 59% ग्रोथ दर्ज की थी और ROE 25% तक रहा, जो इसकी वित्तीय स्थिति को मजबूत दिखाता है।

 


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Content Editor

Anu Malhotra

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