BSF करेगा शहीद गुरनाम को वीरता पुरस्कार की सिफारिश, पिता की अपील-''अब जंग चाहिए''

punjabkesari.in Sunday, Oct 23, 2016 - 04:35 PM (IST)

जम्मू: सर्वोच्च वीरता पुरस्कार के लिए बीएसएफ अपने एक शहीद जवान गुरनाम सिंह के नाम की सिफारिश करेगा। सिंह ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शुक्रवार को सीमापार से हुई गोलीबारी में घायल हुए 26 वर्षीय गुरनाम का जम्मू के सरकारी मैडीकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज चल रहा था लेकिन शनिवार देर रात उनका निधन हो गया। बीएसएफ की पश्चिमी कमांड के अतिरिक्त महनिदेशक अरुण कुमार से जब पूछा गया कि सर्वोच्च वीरता पुरस्कार के लिए क्या गुरनाम का नाम भेजा जाएगा, तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर उनके नाम की सिफारिश की जाएगी।’’ अशोक चक्र शांतिकाल का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है।

कुमार ने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘‘भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने में गुरनाम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अगले दिन उन्हें निशाना बनाया गया। उनके द्वारा किए गए बलिदान पर न केवल बीएसएफ बल्कि पूरे राष्ट्र को गर्व है।’’ जम्मू स्थित बीएसएफ के सीमावर्ती मुख्यालयों में आज बीएसएफ ने सिंह को भावभीनी अंतिम विदाई दी। इसमें बीएसएफ के कई वरिष्ठ अधिकारियों समेत स्थानीय पुलिस बल मौजूद था। भाजपा के वरिष्ठ नेता भी यहां मौजूद थे। शहीद जवान की अंत्येष्टि सोमवार को उनके परिवार की इच्छानुसार की जाएंगी।

ऐसे जख्मी हुए थे गुरनाम
19-20 अक्तूबर के रात जम्मू के हीरानगर सैक्टर के बोबिया पोस्ट पर गुरनाम तैनात थे। रात में उन्होंने सरहद पर हलचल देखी। करीब 150 मीटर दूर कुछ धुंधले चेहरे नजर आए। उन्होंने बिना देर किए साथियों को अलर्ट किया और ललकारने पर पता चला कि वह आतंकी हैं। इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई। आतंकी वापस भाग खड़े हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 अक्तूबर को सुबह पाकिस्तानी रेंजर्स ने स्नाइपर रायफल्स से गुरनाम पर फायर किया। सिर में गोली लगने से वे जख्मी हो गए थे।

शहीद जवान के पिता की पीएम से अपील
जवान बेटे के शहीद होने पर गुरनाम के पिता कुलबीर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध करने की अपील की। कुलबीर सिंह ने कहा, 'हमारा बेटा बहादुर था। उसने देश के लिए अपनी जान दी है। हम सदमे में नहीं है बल्कि हम खुश हैं। मोदी सरकार से अपील है कि हमें जंग चाहिए।' गुरनाम सिंह का जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। कुलबीर सिंह ने जम्मू में अस्पताल बनाने की मांग करते हुए कहा, 'हम यहां एक अच्छा अस्पताल चाहते हैं। जहां सारी सुविधाएं हों।'

'अगर मैं देश के लिए कुर्बान हो जाऊं तो रोना मत'
गुरनाम की मां जसवंत कौर ने बताया कि एक बार गुरनाम ने कहा, 'मां अगर मैं देश के लिए कुर्बान हो जाऊं तो रोना मत।' इस पर उन्होंने कहा कि मैं नहीं रोऊंगी। जसवंत ने मोदी सरकार से एक ही मांग करते हुए कहा, 'हम सरकार से बस एक अलग BSF हॉस्पिटल चाहते हैं। हम अपने सभी बच्चों को लेकर चिंतित हैं। उन्हें अच्छा इलाज मिलना चाहिए।'

'मेरे भाई के नाम पर हो अस्पताल'
गुरनाम की बहन ने भी हॉस्पिटल की मांग दोहराते हुए कहा कि उसका नाम मेरे भाई के नाम पर हो। इससे पहले गुरनाम की बहन ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जब उनके भाई की हालत ठीक नहीं है तो फिर उन्हें इलाज के लिए विदेश क्यों नहीं भेजा गया।

वहीं BSF जवान गुरनाम सिंह के निधन पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ने कहा कि मुझे बेहद पीड़ा हुई। उन्होंने सीमा पर बहादुरी का परिचय दिया और देश की रक्षा में अपनी शहादत दी।


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