Mamta के मंत्री का विवादित बयान: ''उंगली तोड़ने की करनी होगी व्यवस्था'', सीएम पर पोस्ट करने वाली छात्रा गिरफ्तार
punjabkesari.in Monday, Aug 19, 2024 - 01:24 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेजों के छात्र और डॉक्टर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस मामले पर अपनी नाराजगी जताई है।
इस बीच, कोलकाता पुलिस ने विवादित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोगों को नोटिस भेजा है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे का नाम भी शामिल है। पुलिस ने यह नोटिस उन लोगों को भेजा है जिनके खिलाफ आरोप है कि उन्होंने घटना से संबंधित गलत सूचना फैलायी है।
एक 23 वर्षीय छात्रा को भी गिरफ्तार किया गया है। इस छात्रा पर आरोप है कि उसने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं और बलात्कार पीड़िता की पहचान का खुलासा किया है। तलतला पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के अनुसार, छात्रा ने इंस्टाग्राम पर पीड़िता की तस्वीर और पहचान के साथ-साथ मुख्यमंत्री के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट भी साझा की थीं। पुलिस ने कहा कि यह पोस्ट सामाजिक अशांति पैदा कर सकती है और नफरत को बढ़ावा दे सकती है। पुलिस ने छात्रा को एफआईआर के तहत गिरफ्तार किया और उसे अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले में बीएनएस की धारा 72/79/240/351(2)/352/353(1)/356(2)/196(1) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
वहीं, पश्चिम बंगाल के मंत्री उदयन गुहा ने विरोधी टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कूच बिहार में एक विवादित बयान देते हुए कहा कि जो लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं, उनकी उंगलियों को तोड़ने का इंतजाम करना होगा। गुहा ने कहा कि ममता बनर्जी ने अस्पताल में तोड़फोड़ के बावजूद गोली नहीं चलवायी और उनकी सरकार की आलोचना करने वाले लोगों को गलत तरीके से आलोचना कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु शेखर रे ने कोलकाता पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजकर तलब किया था, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि सीबीआई को कोलकाता पुलिस आयुक्त और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य से पूछताछ करनी चाहिए। सुखेंदु ने याचिका में पुलिस के नोटिस को चुनौती दी है और समन को रद्द करने की मांग की है।