ममता ने फिर छोड़ी नीति आयोग की बैठक, बीजेपी ने साधा निशाना - बंगाल के विकास में नहीं रुचि

punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 06:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं। इस मीटिंग में ममता के शामिल न होने की कोई स्पष्ट वजह तो सामने नहीं आई है, लेकिन पार्टी के सूत्रों के हवाले से कुछ जानकारी सामने आई है कि आखिर ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक में क्यों शामिल नहीं हुई हैं?

पिछली बार हुई नीति आयोग की बैठक के ममता बनर्जी के भाषण के दौरान उनका माइक बंद कर दिया गया। इस वजह से वो मीटिंग बीच में ही छोड़ कर चली गई थीं। शायद इस कारण से इस बार की बैठक में ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई। फिलहाल अभी कारण की पुष्टि नहीं की जा सकती। आज नीति आयोग की बैठक में ममता बनर्जी के शामिल न होने को लेकर बीजेपी ने उनपर हमला बोला है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा, “पिछली बार मुख्यमंत्री ने शिकायत की थी कि उनके भाषण के बीच में माइक बंद कर दिया गया था। संबंधित अधिकारियों ने उस बयान का समर्थन नहीं किया। केंद्र और राज्य मिलकर समग्र सामाजिक-आर्थिक बदलाव के लिए नीति बना रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल पहले से ही पिछड़ा हुआ है. लाखों प्रवासी श्रमिक हैं। प्रतिभाएं इस राज्य से दूसरे राज्यों में जा रही हैं. इस स्थिति में, जब पश्चिम बंगाल आर्थिक रसातल के किनारे पर खड़ा है, नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करना व्यावहारिक रूप से पश्चिम बंगाल को अनिश्चित भविष्य की ओर धकेल रहा है। पश्चिम बंगाल के लोगों को वंचित किया गया है, मुख्यमंत्री ने विपक्षी राजनीति के कारण राज्य के हितों की बलि दी है।”

बैठक शामिल नहीं होने की तृणमूल ने बताई ये वजह-

सीएम के नीति आयोग की बैठक में शामिल न होने को लेकर तृणमूल नेता जयप्रकाश मजूमदार ने कहा, “जहां नीति आयोग की बैठक में संघीय ढांचे के अनुरूप सभी के बयानों पर चर्चा होनी चाहिए। वहां पिछली बार माइक बंद करके घिनौनी घटना घटी थी। ऐसे में बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है।

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उन्होंने कहा कि क्या वहां अपमानित होने के लिए जाएंगी? और आप बंगाल के बारे में कहां बात कर सकते हैं? मुख्यमंत्री बंगाल की वंचना को उजागर कर रही हैं। वहां जबरन माइक बंद करके केंद्र क्या कहना चाह रहा है? इससे बुरी घटना पहले कभी नहीं हुई। मुझे नहीं पता कि भविष्य में ऐसा होगा या नहीं।”


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News Editor

Radhika

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