आप देश की करोड़ों सिंदूर की लाज हैं, जाइए, मैं इंतजार करूंगी...शादी के अगले दिन ड्यूटी पर लौटा वायुसेना में तैनात मोहित राठौर
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 05:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के कुरावर गांव से एक अनोखी और गर्व से भरी कहानी सामने आई है। यह कहानी है एक ऐसे सिपाही की, जो शादी के मंडप से सीधा देश की रक्षा के मोर्चे पर लौट गया। वायुसेना में तैनात मोहित राठौर ने 17 अप्रैल को अपनी जीवनसंगिनी वंदना के साथ सात फेरे लिए, लेकिन इस खुशी के पल में भी उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ झलक रही थीं। कारण था – देश के लिए अचानक आई एक अहम जिम्मेदारी।
मोहित पिछले 6 साल से भारतीय वायुसेना का हिस्सा हैं और वर्तमान में दिल्ली के पास ईसापुर एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात हैं। वह अपनी शादी के लिए छुट्टी लेकर घर तो आए थे, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते उनकी छुट्टियां बीच में ही रद्द कर दी गईं। हालांकि हेडक्वार्टर से उन्हें गुरुवार तक शादी की रस्में पूरी करने की इजाजत मिल गई थी, लेकिन शनिवार तक हर हाल में ड्यूटी पर लौटना अनिवार्य था।
गुरुवार को जब मोहित सेहरा बांधकर मंडप में बैठे थे, तब वह अपने कर्तव्य और निजी जीवन के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहे थे। शादी की रस्में पूरी होते ही, उन्होंने अपनी नवविवाहित पत्नी को यह खबर दी कि उन्हें तुरंत पोस्ट पर लौटना है। ऐसे समय में उनकी पत्नी वंदना ने जो साहस दिखाया, वह भी मिसाल बन गया। उन्होंने कहा, "आप देश की करोड़ों सिंदूर की लाज हैं, जाइए, मैं इंतजार करूंगी।"
मोहित के ससुर गोपाल राठौर और उनके पिता महेश राठौर ने भी इस फैसले पर गर्व जताया। उन्होंने कहा, "हमारे लिए देश की सुरक्षा सबसे पहले है। बेटी की खुशी भी तभी है जब देश सुरक्षित है।" शादी की रस्में पूरी होने तक वंदना को इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी, ताकि वह बिना किसी चिंता के अपने जीवन के सबसे अहम पल को जी सके।
शुक्रवार को बारात की वापसी के साथ ही मोहित ने अपनी वर्दी पहनी और देश की सेवा में लौट पड़े। उनका मानना है कि उन्हें भारत माता की रक्षा का अवसर मिला है, और यह सौभाग्य की बात है।