राहुल गांधी के 'भारतीय राज्य से लड़ने' वाले बयान पर Congress व BJP में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु...जानें किसके निकले तीखे बोल
punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2025 - 12:43 PM (IST)
नेशनल डेस्क : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने भारतीय राज्य से लड़ने की बात की थी। मोहन यादव ने इस बयान को 'देश विरोधी' करार देते हुए राहुल गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पार्टी के नए मुख्यालय 'इंदिरा भवन' के उद्घाटन के दौरान भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर कड़ा हमला करते हुए कहा था, "हम अब भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं।" राहुल ने यह भी दावा किया कि भाजपा और आरएसएस ने देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है, और उनकी लड़ाई केवल इन संस्थाओं से नहीं, बल्कि 'भारतीय राज्य' से है।
राहुल का यह बयान तात्कालिक रूप से बीजेपी नेताओं द्वारा तीखी आलोचना का कारण बना। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बयान पर कड़ा विरोध व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले विपक्षी नेता अब यह क्यों कह रहे हैं कि वे भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए यह सवाल भी किया, "अगर ऐसा है तो आप संविधान की प्रति लेकर क्यों घूम रहे हैं?"
बीजेपी ने लगाया आरोप
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहुल गांधी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह बयान भारतीय लोकतंत्र की गरिमा को आहत करता है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी यह भूल गए हैं कि वे भारतीय लोकतंत्र में दूसरे सबसे बड़े पद पर बैठे हैं और इस तरह का बयान देश की जनता को कभी स्वीकार नहीं होगा। उन्हें तुरंत अपने बयान पर खेद व्यक्त करना चाहिए और इसे वापस लेना चाहिए।" मोहन यादव ने आगे कहा कि लोकतंत्र में नीतियों और विचारधाराओं पर बहस की जा सकती है, लेकिन देश विरोधी मानसिकता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी से अपील की कि वे समझें कि उनका बयान देश के लिए कितना हानिकारक हो सकता है।
राहुल गांधी का बचाव
हालांकि, राहुल गांधी ने इस बयान को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है और दावा किया कि उनका उद्देश्य सिर्फ भाजपा और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ बोलना था। उन्होंने कहा कि उनका बयान इस संदर्भ में था कि भाजपा और आरएसएस ने भारतीय राज्य के संस्थानों को अपने अधीन कर लिया है। राहुल का कहना था कि उनकी लड़ाई इन संस्थाओं से है, न कि देश से।
कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी ने भी राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया और कहा कि यह बयान केवल भाजपा और आरएसएस की तानाशाही के खिलाफ है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दल लोकतांत्रिक संस्थाओं को बचाने के लिए लड़ रहे हैं, न कि भारतीय राज्य के खिलाफ।