भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का एक्शन: गांधी परिवार पर भाजपा का तीखा वार
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 04:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया और किसानों की जमीन हड़पी, उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की "ईमानदार सरकार" सलाखों के पीछे डालेगी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर गांधी परिवार ने जनता के पैसे से अपना खजाना भरा है तो उनसे एक-एक पैसा वसूला जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले में कथित तौर पर 988 करोड़ रुपये के धनशोधन के लिए यहां एक विशेष अदालत में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार का संकल्प भ्रष्टाचार को खत्म करना
इस बीच, व्यवसायी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाद्रा 2008 के हरियाणा भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन ईडी के समक्ष पेश हुए। भाटिया ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार का संकल्प भ्रष्टाचार को खत्म करना, भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे डालना और किसानों को उनकी हड़पी गई जमीन वापस दिलाना है। अगर गांधी परिवार ने जनता के पैसे से अपना खजाना भरा है तो उनसे एक-एक पैसा वसूला जाएगा।" उन्होंने कहा, "रॉबर्ट वाद्रा को लगता है कि वह देश के कानून से ऊपर हैं।
‘ईमानदार सरकार’ का दावा: पिंजरे का तोता नहीं, अब ईमानदार बाज़
उन्हें यह एहसास नहीं है कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एक ईमानदार सरकार है, जिसके तहत जांच एजेंसियां अब ‘पिंजरे में बंद' तोता नहीं भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार के तहत केंद्रीय जांच एजेंसियां "ईमानदार बाज़" हैं और वे "भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसती हैं" और यह भी सुनिश्चित करती हैं कि भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर बाहर आए लोगों को जेल भेजा जाए। कांग्रेस ने बुधवार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को प्रतिशोध की राजनीति बताया। वाद्रा ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि उन्हें गांधी परिवार का हिस्सा होने के कारण निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि देश के लोग "जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं करते”