10 साल का यह पा बनाया गया एक दिन के लिए बाल आयोग का अध्यक्ष

punjabkesari.in Friday, Mar 24, 2017 - 05:32 PM (IST)

जबलपुर: मध्य प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को अमिताभ बच्चन की फिल्म 'पा' से सुर्खियों में आई लाइलाज बीमारी 'प्रोजेरिया'  से पीड़ित जबलपुर के 10 साल के श्रेयस बारमाटे को एक दिन के लिए बाल आयोग का अध्यक्ष बना दिया। 

बाल आयोग का अध्यक्ष बनकर काफी खुश नजर आया श्रेयस
10 साल की उम्र में ही बुजुर्ग दिखने वाले श्रेयस की इस बीमारी का कहीं कोई इलाज नहीं है। मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शुक्रवार को उसे एक दिन का अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया है। नाच-गाने का शौकीन श्रेयस अपनी नई भूमिका को लेकर भारी उत्साहित है। बाल आयोग का अध्यक्ष बनने के बाद श्रेयस काफी खुश नजर आया। उसे कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष की कुर्सी पर बिठाया गया था। बाल आयोग के अध्यक्ष से कार्यक्रम के दौरान नाचने-गाने की भी इच्छा जताई थी जिसे पूरा भी किया गया। श्रेयस पढऩे में भी काफी रुचि लेता है और वह हर दिन स्कूल भी जाता है। 


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80 लाख में एक को होती है ये बीमारी
डाक्टरों के अनुसार प्रोजेरिया ऐसी बीमारी है जिसमें कम उम्र के बच्चों में बुढ़ापे के लक्षण दिखने लगते हैं। दुनिया में 40 से 80 लाख लोगों में किसी एक को इस बीमारी के लक्षण मिलने का औसत है। मप्र में संभवत: वह अकेला है, दुनिया में कहीं इसका इलाज नहीं, जन्म के दो-तीन महीने बाद से बाल झडऩे,आंख-नाक के आकार एवं चमड़ी में असामान्य परिवर्तन से ही इसकी पहचान होती है।


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