इस राज्य में हार्ट अटैक मामलों से दहशत, 40 दिनों में 23 मौतें, अस्पताल में कार्डियक चेकअप के लिए उमड़ी भीड़

punjabkesari.in Thursday, Jul 10, 2025 - 06:57 AM (IST)

मैसूरु: कर्नाटक के हसन जिले में हाल ही में अचानक दिल का दौरा पड़ने से हुई कई मौतों के बाद लोगों में भय का माहौल है। इस डर के चलते मैसूरु स्थित प्रसिद्ध जयदेव हार्ट अस्पताल में हजारों की संख्या में लोग दिल की जांच करवाने पहुंच रहे हैं। सुबह-सुबह से ही अस्पताल के बाहर लंबी कतारें देखी जा रही हैं, जिनमें अधिकांश लोग एहतियातन जांच के लिए खड़े हैं।

जयदेव अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, बीते कुछ हफ्तों में रोज़ाना मरीजों की संख्या में जबरदस्त इज़ाफा हुआ है, खासकर मीडिया रिपोर्ट्स में युवा लोगों की अचानक हार्ट अटैक से हुई मौतों के बाद।

डॉक्टरों की सलाह: सिर्फ जांच नहीं, जीवनशैली भी सुधारें
अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. के.एस. सदानंद ने लोगों से घबराने के बजाय समझदारी से काम लेने की अपील की है। उन्होंने कहा, “सिर्फ जयदेव अस्पताल में एक बार जांच करवाने से समस्या हल नहीं होगी। सभी को नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर नियमित चेकअप करवाना चाहिए। इसके साथ ही, संतुलित आहार, व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली बेहद ज़रूरी है।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर सभी लोग एक ही अस्पताल में जांच करवाने आएंगे, तो गंभीर मरीजों के लिए समय पर इलाज देना मुश्किल हो जाएगा।

हसन में 40 दिनों में 23 मौतें, युवा भी चपेट में
पिछले महीने हसन जिले में 40 दिनों के अंदर 23 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हुई, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मृतकों में छह की उम्र 19 से 25 वर्ष और आठ की उम्र 25 से 45 वर्ष के बीच थी। यह आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं, क्योंकि युवाओं में इस प्रकार की घटनाएं सामान्य नहीं मानी जातीं।

इस खबर के बाद न सिर्फ मैसूरु, बल्कि बेंगलुरु के जयदेव अस्पताल में भी मरीजों की संख्या में लगभग 8% की वृद्धि देखी गई है। डॉक्टरों के अनुसार, बड़ी संख्या में लोग हसन और आसपास के इलाकों से एहतियातन अस्पताल पहुंच रहे हैं।

सरकार की पहल: जांच समिति गठित
जनता की चिंता को गंभीरता से लेते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज के निदेशक डॉ. के.एस. रविंद्रनाथ कर रहे हैं। समिति को यह जांच करने का निर्देश दिया गया है कि इतनी कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक के पीछे संभावित कारण क्या हो सकते हैं।

समिति ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट में हसन जिले में हुई मौतों को एक अलग केस स्टडी के रूप में विश्लेषण करने की सिफारिश की गई है।

विशेषज्ञों की राय: अफवाहों से बचें, नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि अचानक हुई इन मौतों के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं—जैसे तनाव, अनियमित खानपान, शारीरिक निष्क्रियता, या अन्य अज्ञात मेडिकल स्थितियां। लेकिन जब तक ठोस कारण सामने नहीं आते, अफवाहों से बचना जरूरी है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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