भारत के इस राज्य में हार्ट अटैक का कहर, 40 दिन में 22 मौतों से मचा हड़कंप, क्या यह है किसी बड़े खतरे की आहट?

punjabkesari.in Wednesday, Jul 02, 2025 - 11:46 AM (IST)

नेशनल डेस्क। कर्नाटक के हासन ज़िले में हार्ट अटैक से लगातार हो रही मौतों ने गंभीर चिंता बढ़ा दी है। सिर्फ 30 जून को ही यहाँ चार लोगों की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई जबकि पिछले 40 दिनों में कुल 22 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सबसे ज़्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि इन 22 मृतकों में ज़्यादातर युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोग शामिल हैं। इन आंकड़ों के बाद कर्नाटक के इस इलाके में एक गंभीर हेल्थ क्राइसिस का खतरा मंडरा रहा है। आइए जानते हैं कि क्या यह किसी बड़े खतरे का संकेत है?

 

किन आयु वर्ग के लोगों ने गंवाई जान?

हासन ज़िले में जान गंवाने वाले 22 लोगों के आंकड़ों पर गौर करें तो इनमें से 5 लोगों की उम्र 19 से 25 साल के बीच थी जबकि 8 लोगों की उम्र 25 से 25 साल के बीच पाई गई। इन मौतों में कुछ ही लोग ऐसे थे जिनकी उम्र 60 साल से ज़्यादा थी। युवाओं पर अचानक आए इस खतरे ने मेडिकल कम्युनिटी और आम जनता दोनों को गहरी चिंता में डाल दिया है।

 

यह भी पढ़ें: Video: दिल्ली में 'ऑपरेशन लंगड़ा' अभियान जारी, नामी कुख्यात बदमाश घायल, बाल-बाल बचे ACP

 

30 जून को हुई 4 मौतों का विवरण

जानकारी के मुताबिक सिर्फ 30 जून को ही हासन ज़िले में 4 लोगों की दुखद मौत हुई:

  • लेपाक्षी (50): बेलूर के जेपी नगर में रहती थीं और थकान की शिकायत के बाद अचानक उनकी मौत हो गई।

  • प्रोफेसर मुत्तैया (58): होलेनरसिपुरा स्थित गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज में अंग्रेजी के लेक्चरर थे। चाय पीते वक्त उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया।

  • कुमार (57): चन्नारायपट्टना में रहने वाले ग्रुप डी के कर्मचारी थे। उन्होंने मौत से एक दिन पहले सीने में दर्द की शिकायत की थी।

  • सत्यनारायण राव (63): रंगोलीहल्ली कॉलोनी में रहने वाले थे और इनकी भी अचानक मौत हो गई।

 

डरा रहे हैं इस इलाके के आंकड़े, डॉक्टरों में भी चिंता

हार्ट से संबंधित इन बढ़ते मामलों के बीच बेंगलुरु के जयदेव हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या में काफी इज़ाफ़ा हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि पिछले 2 हफ़्तों के दौरान बाहर से आने वाले मरीजों की संख्या में 8 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। इनमें हासन और उसके आसपास के इलाकों से आने वालों की तादाद काफी ज़्यादा है। इनमें से ज़्यादातर लोग एहतियातन जाँच और डर की वजह से आ रहे हैं।

वहीं डिस्ट्रिक्ट हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट के डेटा के मुताबिक पिछले 2 सालों के दौरान हासन में हार्ट अटैक के 507 केस दर्ज किए गए जिनमें 190 लोगों ने जान गंवाई। गौर करने वाली बात यह है कि इस क्षेत्र में दिल से संबंधित बीमारियाँ काफी समय से चिंता का विषय रही हैं लेकिन युवाओं की मौत के इस नए ट्रेंड ने परेशानी और बढ़ा दी है।

 

यह भी पढ़ें: NASA के स्पेस स्टेशन मिशन में अनिल मेनन की एंट्री, कौन हैं ये भारतीय मूल के एस्ट्रोनॉट, जानिए दिल्ली से क्या है खास कनेक्शन

 

कम उम्र में जान गंवाने वाले कुछ युवा:

इससे पहले जान गंवाने वालों में कई स्टूडेंट्स और वर्किंग प्रोफेशनल शामिल हैं:

  • 20 मई: अरकलागुडु के अभिषेक और होल नरसिपुरा की 20 वर्षीय स्टूडेंट संध्या की मौत।

  • केलावट्टी की कवाना (20), मैगे के नागप्पा (55), हसन के नीलकंठप्पा (58) और डुमगेरे के देवराज (43) की भी इसी दौरान मौत हो गई।

  • इसके अलावा अर्सिकेरे के नवीन कुमार (31), रंगोलीहल्ली के चेतन (38) और होन्नेनाहल्ली के योगेश एम. (30) भी कम उम्र में जान गंवाने वालों में शामिल हैं।

 

यह भी पढ़ें: किस देश में मिला था दुनिया का पहला हीरा? जानें कब और कहाँ हुई इस बेशकीमती रत्न की पहली खोज

 

सरकार ने उठाया कदम: एक्सपर्ट कमेटी करेगी जांच

कर्नाटक के इस इलाके में अचानक होने वाली मौतों और युवाओं के चपेट में आने से चिंता काफी ज़्यादा बढ़ चुकी है। ऐसे में कर्नाटक हेल्थ डिपार्टमेंट ने कोविड या वैक्सीन से संबंधित दिक्कतों के संभावित कनेक्शन की जाँच के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई है।

जयदेव इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी में NIMHANS, राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ चेस्ट डिजीज, सेंट जॉन्स, BMCRI, मणिपाल हॉस्पिटल्स और ICMR-NCDIR के एक्सपर्ट्स शामिल हैं। यह कमेटी अचानक हार्ट अटैक, स्ट्रोक और नर्वस सिस्टम की समस्याओं से संबंधित मामलों की स्टडी करेगी और ऐसी मौतों को रोकने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण सिफारिशें पेश करेगी। इस पहल से उम्मीद है कि हासन में बढ़ते इस स्वास्थ्य संकट का कारण पता चल सकेगा और उसे रोकने के प्रभावी उपाय किए जा सकेंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Rohini Oberoi

Related News