LCA Mk2 फाइटर जेट को मिली सरकार की हरी झंडी, वायुसेना को बढ़ेगी ताकत

punjabkesari.in Thursday, Sep 01, 2022 - 07:17 PM (IST)

नेशनल डेस्कः स्वदेशी फाइटर जेट एलसीए Mark 2 के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। सुरक्षा मामलों की कमेटी ने 1 सितंबर को इसकी मंजूरी दी है। एलसीए मार्क2 भारतीय वायुसेना में मिराज 2000, जगुआर और मिग 29 की जगह लेगा। एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के प्रमुख गिरीश देवरधरे ने बताया कि LCA Mark 2 के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को अनुमति मिल गई है। यह एक अत्याधुनिक 17.5 टन का सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट है।

गिरीश ने बताया कि इस फाइटर जेट की पहली उड़ान साल 2024 में संभव है। हालांकि इसे पूरी तरह से विकसित होकर तैयार होने में पांच साल और लगेंगे। साल 2027 से उसका पूरा उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने का मतलब है कि LCA Mk 1A प्रोग्राम को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही पांचवीं पीढ़ी के अत्याधुनिक मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट को डेवलप करने में मदद मिलेगी।

DRDO को लगता है कि अगर एवियोनिक्स और अन्य क्षमताओं की बात करें तो इसे राफेल क्लास एयरक्राफ्ट (Rafale Class Aircraft) की श्रेणी में रखा जा सकता है। जबकि इसका वजन कम है। भारत सरकार ने यह भी कहा है कि इस विमान का इंजन भी भारत में ही बनना चाहिए लेकिन प्राथमिक प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद।

DRDO फिलहाल एलसीए मार्क 2 फाइटर जेट (LCA Mk2 Fighter Jet) के GE-414 इंजन का विकास करेगा. यह GE-404s का एडवांस वर्जन होगा. यह इंजन फिलहाल 83 LCA Mark 1A में लगे हुए हैं। अगले दो सालों के अंदर ही मार्क 1ए को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा. फिलहाल भारतीय वायुसेना के पास 30 LCA तेजस विमान मौजूद हैं। दो विमानों का उपयोग HAL कर रहा है ताकि वह एलसीए-1ए का डेवलपमेंट कर सके।

LCA Mark 2 फाइटर जेट अधिकतम 2385 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ेगा। इसके उड़ान की कुल रेंज 2500 किलोमीटर है जबकि कॉम्बैट रेंज 1500 किलोमीटर होगी। यह अधिकतम 56,758 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकेगा। इसमें 13 हार्ड प्वाइंट्स होंगे यानी 13 अलग-अलग प्रकार के हथियार या फिर उनका मिश्रण लगाया जा सकता है।

LCA Mark 2 फाइटर जेट में हवा से हवा में मार करने वाली MICA, ASRAAM, Meteor, Astra, NG-CCM, हवा से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस-NG ALCM, LRLACM, स्टॉर्म शैडो, क्रिस्टल मेज लगाने की योजना है। इसके अलावा एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम 1/2/3 लगाया जाएगा। इसके अलावा इसमें प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन यानी बम भी लगाए जाएंगे। इन प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन में शामिल हैं स्पाइस, HSLD-100/250/450/500, DRDO Glide Bombs, DRDO SAAW। लेजर गाइडेड बमों में सुदर्शन बम लगाया जाएगा। इसके अलावा क्लस्टर म्यूनिशन, लॉयटरिंग म्यूनिशन कैट्स अल्फा और अनगाइडेड बम लगाए जा सकते हैं।

LCA Mark 2 फाइटर जेट में जो एवियोनिक्स लगे हैं वो उसे दुश्मन का पता लगाने। हमलों से बचने में मदद करेंगे। इसमें LRDE Uttam AESA Radar, DARE Unified Electronic Warfare Suite (UEWS), DARE Dual Colour Missile Approach Warning System (DCMAWS) और DARE Targeting pod लगे होंगे।

 

 


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Content Writer

Yaspal

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