नियंत्रण रेखा को शांति रेखा में तब्दील किया जाए: फारूक

punjabkesari.in Sunday, Apr 08, 2018 - 01:58 AM (IST)

जम्मू: जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ड़ा फारूक अब्दुल्ला ने भारत पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि नियंत्रण रेखा को शांति और सदभावना रेखा में तब्दील किया जाना चाहिए ताकि जम्मू कश्मीर के विभाजित हिस्सों के लोग व्यापार प्रकिया में हिस्सा ले सकें। डा अब्दुल्ला ने पुंछ जिले के मंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शुनिवार को कहा कि जितनी जल्दी दोनों देशों की सरकारें इस हकीकत को समझ लेंगी उतनी ही जल्दी उनके संबंधों में सुधार होगा और दुश्मनी समाप्त हो सकेगी। 

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच पिछले सात दशकों में कईं लडाई हुई लेकिन इससे नियंत्रण रेखा की वास्तविकता नहीं बदली और सीमा पर एक दूसरे के लिए शत्रुता पूर्ण रवैया भारत तथा पाकिस्तान के लिए घातक है। दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्व से इस क्षेत्र में काफी नुकसान तथा विनाश होगा। नियंत्रण रेखा की वास्तविकता का जिक्र करते हुए डा अब्दुल्ला ने कहा कि 1965 के युद्व में विजित हाजीपीर और छंब जैसे क्षेत्रों को आपसी सहमति के आधार पर वापिस किया जाना चाहिए। 

डा अब्दुल्ला ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर उनके विचार की जोरदार आलोचना की जा जा सकती है लेकिन इससे हकीकत नहीं बदली जा सकती है क्योंकि नियंत्रण रेखा को शांति रेखा में तब्दील किए जाने का फायदा सीमा के दोनों तरफ रहनें वाले लोगों को ही मिलेगा जो काफी समय से दुश्मनी का दंश झेलते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश इस समय एक कठिन दौर से गुजर रहा है जहां धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने एससी/एसटी (अत्याचार निरोधक कानून) को लेकर हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि आरक्षण को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। 


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Pardeep

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