बाल आश्रय गृह का काला सच! HIV+ लड़की के साथ 2 साल करते रहे दुष्कर्म, फिर जबरन..., हैरान कर देगा ये मामला
punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 04:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क। महाराष्ट्र के लातूर जिले से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसने सबको स्तब्ध कर दिया है। यहां एक बाल आश्रय गृह में रह रही एचआईवी संक्रमित नाबालिग लड़की के साथ दो साल तक कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया। इतना ही नहीं जब लड़की गर्भवती हो गई तो उसकी मर्जी के बिना उसका जबरन गर्भपात भी करवा दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आश्रय गृह के संस्थापक, अधीक्षक, एक कर्मचारी और गर्भपात करने वाली डॉक्टर सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दो साल तक चलता रहा घिनौना कृत्य
मामला लातूर जिले के औसा तालुका का है। पीड़िता नाबालिग लड़की हासेगांव के 'सेहालय' नामक आश्रय गृह में रहती थी। यह आश्रय गृह विशेष रूप से एचआईवी संक्रमित बच्चों के लिए बनाया गया था लेकिन यहां एक मासूम लड़की के साथ 13 जुलाई 2023 से 23 जुलाई 2025 तक दो साल तक बार-बार बलात्कार किया गया।
यह घिनौना काम आश्रय गृह के एक कर्मचारी अमित महामुनि ने किया। उसने न केवल लड़की का यौन शोषण किया बल्कि उसे धमकी भी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा। डर के मारे लड़की इतने समय तक चुप रही।
गर्भवती होने पर जबरन कराया गर्भपात
लड़की ने आखिरकार हिम्मत दिखाते हुए आश्रय गृह के अधिकारियों को अपनी आपबीती बताने की कोशिश की। उसने एक पत्र लिखा और उसे शिकायत पेटी में डाला लेकिन आश्रय गृह के प्रबंधन ने उसकी मदद करने की बजाय उस पत्र को फाड़ दिया।
कुछ समय बाद जब लड़की की तबीयत बिगड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि वह चार महीने की गर्भवती थी। यह सुनकर सब हैरान रह गए लेकिन इसके बाद जो हुआ वह और भी चौंकाने वाला था। लड़की की मर्जी के बिना उसका जबरन गर्भपात करवाया गया। यह काम एक डॉक्टर ने किया जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया है।
5 लोग पुलिस की गिरफ्त में, अन्य लड़कियों से भी पूछताछ जारी
आखिरकार लड़की ने हिम्मत जुटाई और धाराशिव जिले के ढोकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें सेवालय के संस्थापक रवि बापटले, अधीक्षक रचना बापटले, मुख्य आरोपी कर्मचारी अमित महामुनि और गर्भपात करने वाली डॉक्टर पूजा वाघमारे शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज किया है।
वहीं लातूर के पुलिस अधीक्षक अमोल तांबे ने बताया कि यह मामला औसा पुलिस थाने को सौंपा गया है क्योंकि घटना उनके क्षेत्र में हुई है। पुलिस ने जांच तेज कर दी है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं पुलिस आश्रम गृह की अन्य लड़कियों से भी पूछताछ कर रही है कि कहीं उनके साथ भी कुछ गलत हुआ है या नहीं। यह घटना बाल सुरक्षा संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।