रामबन में तबाही का मंजर: स्कूल बंद, सड़कें ठप, बेसहारा लोग, सामने आए लैंडस्लाइड के दिल दहला देने वाले Video

punjabkesari.in Monday, Apr 21, 2025 - 09:08 AM (IST)

नेशनल डेस्क। जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में रविवार को हुई भारी बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। इस हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। करीब 200 से 250 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और सैकड़ों परिवार बेघर हो चुके हैं। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं वहीं मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए और अधिक खराब मौसम का अलर्ट जारी किया है।

पूरा बाजार बह गया, दुकानदार हुए बर्बाद

रामबन के बघाना गांव में भारी भूस्खलन से दो मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए। स्थानीय दुकानदार रवि कुमार ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे जब उन्हें पता चला कि उनका पूरा बाजार बह गया है तो वह मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि उनकी दोनों दुकानें पूरी तरह खत्म हो चुकी थीं।

लोगों ने कहा “ये दुकानें ही हमारा एकमात्र सहारा थीं। अब हमारे पास न दुकान है, न जमीन। हमें समझ नहीं आ रहा कि कहां जाएं, किससे मदद मांगें”। उन्होंने सरकार से राहत, पुनर्वास और कर्ज माफी की मांग की है।

 

 

कई सड़कें और स्कूल बंद

भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बंद हो गया है। इसके चलते आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कश्मीर और लद्दाख के कई जिलों में स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। कश्मीर में 21 अप्रैल को सभी स्कूल बंद रहेंगे। कारगिल में 21 से 23 अप्रैल तक स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।

कारगिल में अप्रत्याशित बर्फबारी, बिजली और यातायात प्रभावित

लद्दाख के कारगिल जिले में अप्रैल के अंत में असामान्य रूप से भारी बर्फबारी हुई है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पेड़ टूट गए, बिजली के खंभे गिर गए और बिजली आपूर्ति बुरी तरह बाधित हुई है। वहीं PDD विभाग लगातार बिजली व्यवस्था को बहाल करने की कोशिश में जुटा है लेकिन खराब मौसम के चलते काम में बाधाएं आ रही हैं। कई इलाकों में लंबे समय से बिजली नहीं है।

मौसम विभाग का रेड अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संवेदनशील इलाकों में अगले 3-5 घंटों तक भारी बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी दी है।

अलर्ट वाले जिले:

अनंतनाग, बडगाम, बांदीपोरा, बारामूला, डोडा, गांदरबल, किश्तवाड़, कुलगाम, पुलवामा, रामबन, रियासी, श्रीनगर और उधमपुर।

इन क्षेत्रों में लैंडस्लाइड और बाढ़ का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

प्रशासन की ओर से क्या कहा गया?

रामबन के डिप्टी कमिश्नर बसीर-उल-हक चौधरी ने बताया कि लगातार बारिश और संभावित बादल फटने से कई इलाके प्रभावित हुए हैं। "बघाना गांव में दो घर पूरी तरह बह गए जिससे 3 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजमार्ग भी कई जगहों पर बंद हो गया है। हम राहत कार्यों में जुटे हुए हैं"।

स्थानीय लोगों की मांग

स्थानीय निवासी प्रदीप सिंह राजू ने बताया कि बघाना गांव के बाजार में करीब 20-25 दुकानें थीं और सब बह गईं।

"हम मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करते हैं कि प्रभावित लोगों को मुआवजा और पुनर्वास दिया जाए। दुकानदारों ने अपनी पूरी जिंदगी की कमाई खो दी है।"

➤ रामबन में भूस्खलन से 3 की मौत, 200+ घर क्षतिग्रस्त

➤ स्कूल और रास्ते बंद, बाजार बह गया

➤ कारगिल में अप्रत्याशित बर्फबारी, बिजली संकट

➤ IMD का अलर्ट: कई जिलों में तेज बारिश और तूफान की चेतावनी

वहीं सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वह त्वरित राहत और पुनर्वास योजनाएं लागू करेगी ताकि पीड़ित लोगों को फिर से सामान्य जीवन की ओर लौटने में मदद मिल सके।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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