कुमारस्वामी ने मंत्री पद न मिलने से नाराज कांग्रेस नेताओं से की मुलाकात

punjabkesari.in Friday, Jun 08, 2018 - 06:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मंत्रिमंडल विस्तार से नाखुश चल रहे कांग्रेस विधायकों को आज समझाने-बुझाने की पहल की और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से समाधान ढूढऩे के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने राज्य के प्रमुख कांग्रेस नेता एम बी पाटिल से भेंट की जिनके नेतृत्व में असंतुष्ट पार्टी विधायक बैठकें कर रहे हैं। इस मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे तो यह मुद्दा सीधे उनसे जुड़ा नहीं है लेकिन वह सरकार के स्थायित्व के लिए कांग्रेस-जदएस गठबंधन के नेता के तौर विधायकों को समझाने-बुझाने गये थे।  

पाटिल को समझाने का प्रयास जारी 
सीएम ने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जिसका संबंध मुझसे नहीं है क्योंकि ये कांग्रेस पार्टी के अंदर किये गये निर्णय हैं मैंने पाटिल का दर्द समझा है कि जरुरत के समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया लेकिन अब वह निराश महसूस करते हैं। पाटिल ने उनसे कहा कि वह अकेले नहीं हैं और वह समान विचार वाले विधायकों के साथ परामर्श कर निर्णय करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने उनकी भावनाएं समझीं, मैं दिल्ली के (कांग्रेस नेताओं) से समाधान ढूढने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं। कुमारस्वामी के इस दौरे से पहले उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वर, मंत्री डी के शिवकुमार, के जे जार्ज और आर वी देशपांड ने पाटिल को समझाने बुझाने के लिए उनसे उनके निवास पर मुलाकात की थी।

असंतुष्ट नेताओं ने की थी बैठक 
एम टी बी नागराज, सतीश जारकिहोली, सुधाकर और रोशन बेग समेत असंतुष्ट नेताओं के एक समूह ने कल पाटिल के निवास पर बैठक की थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार ऐसी कई बैठकें हो चुकी हैं। एक ऐसी ही बैठक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एच के पाटिल के नेतृत्व में हुई है। एम बी पाटिल ने कुमारस्वामी के उनके यहां आने को ‘ शिष्टाचार भेंट ’ करार दिया और कहा कि यह कांग्रेस का अंदरुनी मामला है एवं कुमारस्वामी का उससे कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन सरकार में एम बी पाटिल, दिनेश गुंडु राव, रामलिंगा रेड्डी, आर रौशन बेग, एच के पाटिल, तनवीर सैत, शामानूर शिवशंकरप्पांड और सतीश जारखिहोली समेत पिछली सिद्धरमैया मंत्रिमंडल के कई अहम सदस्यों को नयी गठबंधन सरकार में जगह नहीं दी है।  
 


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vasudha

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