अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का पर्दाफाश, खालिस्तानी गैंगस्टर ओपिंदर सिंह सियान गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 08:23 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमरीकी ड्रग प्रवर्तन एजेंसी (डी.ई.ए.) ने पाकिस्तान की आई.एस.आई., चीन और कनाडा से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का पर्दाफाश किया है। इस ड्रग कार्टेल में  खालिस्तानी पृष्ठभूमि के भारतीय-कनाडाई गैंगस्टर ओपिंदर सिंह सियान उर्फ थानोस को गिरफ्तार किया गया है। जून में गिरफ्तार किया गया सियान कथित तौर पर कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया से एक वैश्विक फेंटेनाइल और मेथामफेटामाइन तस्करी का नेटवर्क चला रहा था।

'ब्रदर्स कीपर्स' गिरोह का था वरिष्ठ सदस्य

डी. ई. ए. द्वारा प्रस्तुत 29-पृष्ठ के हलफनामे में मामले का विवरण दिया गया है कि ड्रग कार्टेल की जांच वैंकूवर, टोरंटो, मॉन्ट्रियल, लॉस एंजिल्स, मैक्सिको सिटी, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, दुबई और तुर्की तक फैली हुई थी। कानून प्रवर्तन एजेंसी 2021-22 से सियान की जांच कर रही थी। उस दौरान वह आई.एस.आई. समर्थित 'ब्रदर्स कीपर्स' गिरोह का एक ज्ञात वरिष्ठ सदस्य था, जिसमें मुख्य रूप से कनाडाई नागरिकता रखने वाले पंजाब के लोग शामिल हैं। यह गिरोह खुलेआम खालिस्तानी आंदोलन का समर्थन करता रहा है। एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि यह गिरोह एयर इंडिया बम विस्फोट के मास्टरमाइंड तलविंदर सिंह परमार जैसे आतंकवादियों की स्मृति में आयोजित रैलियों में सक्रिय रहा है।

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आतंकवादी संगठन हिज़्बुल्लाह से संबंध

रिपोर्ट में कहा गया है कि सियान की हत्या करने के दो प्रयास हुए थे, जिसके बाद वह कनाडा के आपराधिक जगत में शामिल हो गया था। उसकी पहली हत्या का प्रयास 2008 में हुआ जिसमें वह घायल हो गया और उसके सहयोगी गुरप्रीत सिद्ध मारा गया था। दूसरा प्रयास मई 2011 में हुआ जिसमें वह बच गया था। सियान के नाम से जारी नया गिरफ्तारी वारंट ब्रिटिश कोलंबिया स्थित इस ड्रग तस्कर के कथित अंतरराष्ट्रीय संबंधों का खुलासा करता है। कैलिफोर्निया की एक जिला अदालत ने सियान की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था और आरोप लगाया था  कि उसके कनाडा, चीन, तुर्की, मैक्सिको और आयरलैंड के संगठित अपराध समूहों से संबंध थे। कनाडाई अखबार टोरंटो सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन समूहों में किनाहन कार्टेल भी शामिल है, जिसके आतंकवादी संगठन हिज़्बुल्लाह से संबंध होने की बात कही गई है।

अमरीका से ऑस्ट्रेलिया के लिए तस्करी के आरोप

कनाडा के सरी में रहने वाले कनाडाई नागरिक सियान को पिछले महीने अमरीका के नेवादा में हिरासत में लिया गया था। अधिकारियों का आरोप है कि वह लॉस एंजिल्स के पास लॉंग बीच बंदरगाह के रास्ते अमरीका से ऑस्ट्रेलिया मेथामफेटामाइन भेजने की कोशिश कर रहा था। डी.ई.ए. एजेंट अल्बर्ट पोलिटो द्वारा दायर हलफनामे में इन कनाडाई तस्करों पर आरोप हैं कि वे फेंटेनाइल और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी अमरीका से बाहर कर रहे हैं। वारंट में ड्रग्स की आवाजाही और सौदों पर बातचीत के तरीके के बारे में कई गंभीर आरोप शामिल हैं।

हलफनामे के अनुसार मॉन्ट्रियल के संपर्कों से प्राप्त मेथामफेटामाइन का लॉस एंजिल्स में व्यापार किया गया था, जिसका उद्देश्य ऑस्ट्रेलिया को और शिपमेंट करना था। लॉस एंजिल्स में कोकीन की बड़ी मात्रा में खरीद के अनुरोध थे, जिन्हें वैंकूवर में वितरित किया जाना था। हलफनामे कहा गया है कि चीन से वैंकूवर बंदरगाह तक फेंटेनाइल रसायनों की बड़ी खेप भेजने का वादा भी किया गया है, जिन्हें फिर एक कनाडाई ट्रकिंग कंपनी के माध्यम से लॉस एंजिल्स भेजा जाएगा।

चार महाद्वीपों और आठ देशों में नेटवर्क

अमरीका की तरह कनाडा भी वर्षों से चीन से आयातित अवैध फेंटेनाइल और अन्य सिंथेटिक दवाओं का दंश झेल रहा है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीजिंग के समक्ष बार-बार यह मुद्दा उठाया है और चीन से इन पदार्थों और उनके अवयवों के उत्पादन और निर्यात पर नकेल कसने का आह्वान किया है। कथित तौर पर पूरी जांच तब शुरू हुई जब तुर्की की राजधानी अंकारा में डी.ई.ए. के क्षेत्रीय कार्यालय को एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग-तस्करी नेटवर्क में एक गोपनीय स्रोत को शामिल करने का मौका मिला। उस सुराग ने एजेंसी को सियान और एक विशाल ऑपरेशन तक पहुंचाया। डी.ई.ए. के अनुसार यह कम से कम चार महाद्वीपों और आठ देशों में फैला हुआ था।

तस्करी में चीनी तस्कर की भूमिका

सियान पर इस नेटवर्क का एक केंद्रीय व्यक्ति होने का आरोप है। अगस्त 2023 में वह डी.ई.ए. के क्वीन नाम के गोपनीय सूत्र  को अपने परिवार के साथ दोपहर के भोजन पर ले गया। क्वीन तब तक सियान का विश्वास जीत चुका था। इसके बाद उनकी मुलाकात एक कैफे में पीटर पेंग झोउ से हुई, जिसने कथित तौर पर क्वीन को बताया कि वह फेंटेनाइल बनाने में इस्तेमाल होने वाले प्रीकर्सर रसायन उपलब्ध करा सकता है। हलफनामे में कहा गया है कि झोउ ने कहा कि वह वैंकूवर में चीन से प्रीकर्सर प्राप्त करेगा और अपनी ट्रकिंग कंपनी के जरिए लॉस एंजिल्स भेजेगा। हलफनामे में आगे दावा किया गया है कि झोउ ने प्रति माह 100 किलोग्राम की खेप भेजने का वादा किया था।


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News Editor

Parveen Kumar

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