पाकिस्तान में खालिस्तानी आतंकी परमजीत पंजवड़ की हत्या, बाइक सवारों ने सोसायटी में घुसकर मारीं गोलियां
punjabkesari.in Saturday, May 06, 2023 - 04:04 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान के लाहौर में शनिवार तो बाइक सवारों ने आतंकी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) के चीफ परमजीत सिंह पंजवड़ की हत्या कर दी । शनिवार सुबह 6 बजे बाइक पर आए दाे लोगों ने यह हमला किया और फरार हो गए। हमलाववरों ने जौहर कस्बे की सनफ्लावर सोसाइटी में घुसकर पंजवड़ को गोलियां मारी जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वह 1990 से ही पाकिस्तान में शरण लेकर मलिक सरदार सिंह के नाम से रह रहा था।
33 साल से पाकिस्तान में बैठे परमजीत सिंह की पंजाब पुलिस के पास कोई लेटेस्ट फोटो नहीं है जबकि उसका नाम मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में है। पुलिस के पास उसकी 35 साल पुरानी तस्वीरें ही है जो उसके घर से बरामद हुई थी। जानकारी के अनुसार पंजाब में तरनतारन जिले के झब्बाल थाने के तहत आते पंजवार गांव का रहने वाला परमजीत सिंह पंजवड़ पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से पंजाब में ड्रग और हथियारों की तस्करी में शामिल था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वर्ष 2020 में नौ आतंकियों की लिस्ट जारी की थी जिसमें परमजीत सिंह पंजवड़ का नाम आठवें पर था। इस लिस्ट में उसके अलावा बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के चीफ वधावा सिंह बब्बर का नाम भी था जो तरनतारन में ही दासूवाल गांव का रहने वाला है।
परमजीत सिंह पंजवड़ ने इससे मिलने वाले पैसे से ही खालिस्तान कमांडो फोर्स को जीवित रखा। परमजीत पंजाब में आतंकवाद के दौरान 1986 में अपने चचेरे भाई लाभ सिंह के साथ खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) में शामिल हो गया था। उससे पहले वह पंजाब के ही सोहल में कोऑपरेटिव बैंक में काम करता था।भारतीय सुरक्षा बलों के हाथों लाभ सिंह के खात्मे के बाद, 1990 में पंजवड़ ने KCF की कमान संभाली और पाकिस्तान भाग गया और वहीं बस गया। हालांकि पाकिस्तानी सरकार पंजवड़ के उनके यहां होने से इंकार करती रही है। परमजीत की पत्नी और बच्चे जर्मनी में रहते हैं।
पंजवड़ ने अक्टूबर 2020 में पंजाब के तरनतारन में शौर्यचक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू का कत्ल करया था। बलविंदर सिंह संधू ने पंजाब में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी जिसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। पंजवड़ उसी समय से बलविंदर सिंह की हत्या की साजिश रच रहा था। खालिस्तान कमांडो फोर्स के चीफ परमजीत सिंह पंजवड़ ने 30 जून 1999 में चंडीगढ़ में पासपोर्ट कार्यालय के पास बम ब्लास्ट कराया था। इस धमाके में 4 लोग जख्मी हो गए थे, जबकि कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था। धमाके के लिए स्कूटर की डिग्गी में बम रखा गया था। स्कूटर पर पानीपत (हरियाणा) का नंबर लगा हुआ था। पुलिस ने तब स्कूटर मालिक शेर सिंह को पानीपत से गिरफ्तार कर लिया था।