केरल के मंत्री अब्दुरहीमन ने केंद्र से रेलवे स्टेशनों को बंद न करने की अपील की

punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 11:46 AM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल में रेलवे मामलों के प्रभारी मंत्री वी अब्दुरहीमन ने केंद्र सरकार से राज्य के कोझिकोड और कन्नूर जिलों में स्थित दो महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों को बंद करने के फैसले को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने इस संदर्भ में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर अपने गहरे संदेह और आपत्ति जताई है। केरल सरकार का कहना है कि केंद्र द्वारा वेल्लारकड (कोझिकोड) और चिरक्कल (कन्नूर) रेलवे स्टेशनों को बंद करने का निर्णय यात्रियों और स्थानीय लोगों के हितों के खिलाफ है।

रेलवे स्टेशनों का महत्व
वेल्लारकड और चिरक्कल स्टेशन उन इलाकों में आवागमन का एक अहम हिस्सा हैं, जहां स्थानीय लोग रोजाना इनके जरिए यात्रा करते हैं। मंत्री अब्दुरहीमन ने बताया कि ये स्टेशन खास तौर पर उन लोगों के लिए जरूरी हैं जो मजदूरी, शिक्षा या अन्य कामों के लिए रोजाना आने-जाने पर निर्भर हैं। छात्रों, कर्मचारियों और मजदूरों के लिए ये स्टेशन जीवन का आधार हैं। यदि ये स्टेशन बंद कर दिए गए, तो सैकड़ों लोगों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।

कोविड-19 काल की चुनौतियां और रेलवे नीति
अब्दुरहीमन ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई थी, जिसके कारण कई ट्रेनें सीधे गुजरती रहीं और इन स्टेशनों पर रुकती नहीं थीं। लेकिन अब स्थिति सामान्य हो रही है, और स्टेशन बंद करने का निर्णय एकतरफा और अनुचित है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की रेलवे नीति में निजीकरण को प्राथमिकता दी जा रही है, जिसके चलते छोटे और स्थानीय स्टेशनों को अनदेखा किया जा रहा है। इस कदम को केरल के प्रति उदासीनता और उपेक्षा की दृष्टि से भी देखा जा रहा है।

अपील और अनुरोध
मंत्री अब्दुरहीमन ने पत्र में रेल मंत्री से अनुरोध किया है कि वे इन स्टेशनों को बंद करने का निर्णय तुरंत वापस लें। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इन स्टेशनों पर और अधिक ट्रेनों के रुकने की अनुमति दी जाए, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने केंद्र से कहा कि इन रेलवे स्टेशनों को यथावत बनाए रखना न केवल यात्रियों के हित में है, बल्कि इससे क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

स्थानीय प्रतिक्रिया
कोझिकोड और कन्नूर के स्थानीय लोग भी इस फैसले के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि रेलवे स्टेशनों का बंद होना उनके रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करेगा। खासकर उन लोगों के लिए जो दूसरे शहरों में काम या पढ़ाई के लिए यात्रा करते हैं। कई स्थानीय व्यापारियों ने भी चिंता जताई है कि स्टेशनों के बंद होने से इलाके की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।


 


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Content Editor

Mansa Devi

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