इंडियन रेलवे में फर्जीवाड़ा होगा खत्म! बंद किए इतने करोड़ फेक ID
punjabkesari.in Thursday, Dec 11, 2025 - 05:50 PM (IST)
नेशनल डेस्क : इंडियन रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, जनवरी 2025 से अब तक कुल 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को बंद किया गया है। यह कदम मुख्य रूप से टिकट ब्लैकमार्केटिंग और फर्जीवाड़े को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
रेलवे ने अब तत्काल टिकट बुकिंग में एंटी-बॉट सिस्टम भी लागू कर दिया है। इस सिस्टम के माध्यम से केवल असली यात्री ही टिकट बुक कर सकेंगे। इसके तहत 322 ट्रेनों में ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार आधारित ओटीपी वेरिफिकेशन की सुविधा शुरू कर दी गई है। वहीं, 211 ट्रेनों में यह सुविधा आरक्षण काउंटरों पर भी लागू की गई है।
सरकारी उपायों का असर भी यात्रियों पर दिखने लगा है। 96 लोकप्रिय ट्रेनों में से लगभग 95% में तत्काल टिकट मिलने का समय बढ़ गया है। इसका मतलब है कि अब यात्री पहले की तुलना में आसानी से और जल्दी कन्फर्म तत्काल टिकट प्राप्त कर पा रहे हैं। फर्जीवाड़े से बचने के लिए रेलवे अधिकारी लगातार यात्रियों को चेतावनी देते रहते हैं कि वे उन ट्रैवल वेबसाइट्स पर भरोसा न करें, जो पक्की टिकट मिलने की गारंटी देती हैं। कुछ वेबसाइट्स प्रीमियम सर्विस के नाम पर 3 गुना रिफंड जैसी स्कीमें भी पेश करती हैं, लेकिन ऐसे ऑफर्स का उपयोग करते समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
यात्री रहे सतर्क और सुरक्षित
रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि ट्रेन टिकट बुक करते समय हमेशा IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का ही इस्तेमाल करें। ऐप डाउनलोड केवल गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से ही करें। किसी भी अन्य वेबसाइट या ऐप पर भरोसा करना ठगी का कारण बन सकता है। अगर किसी यात्री को ऐसा लगे कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उसे तुरंत साइबर क्राइम सेल में शिकायत करनी चाहिए।
ठग यात्रियों को फंसाने के लिए मैसेज या ईमेल भेजकर सस्ते टिकट का लालच देते हैं। वे ऐसे लिंक भेजते हैं, जिन पर क्लिक करने पर व्यक्ति नकली वेबसाइट या ऐप पर पहुंच जाता है। जैसे ही यात्री वहां अपनी जानकारी दर्ज करता है, ठग उसका फायदा उठाते हैं। कई बार ये लोग बड़ी कंपनियों के नाम से भी फर्जी मैसेज भेजते हैं, ताकि यात्री उन पर भरोसा कर लें।
रेलवे ने यात्रियों से विशेष अनुरोध किया है कि केवल आधिकारिक चैनलों से ही टिकट बुक करें और किसी भी ऑफर या लिंक को बिना जांचे क्लिक न करें। इस तरह के कदमों से न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि ऑनलाइन टिकटिंग में पारदर्शिता और भरोसा भी बढ़ेगा।
