अमेरिका के नए FBI डायरेक्टर काश पटेल ने "भगवद गीता" पर हाथ रखकर ली शपथ, ट्रम्प बोले-'अब तक के ...' (Video)
punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2025 - 12:54 PM (IST)
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Washington: भारतवंशी कश्यप 'काश' पटेल ने शनिवार को अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के डायरेक्टर पद की शपथ ली। उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली, जिसे अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने दिलाई। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ट्रम्प प्रशासन में पहले भी काम कर चुके पटेल अब FBI का नेतृत्व करने वाले नौवें निदेशक बन गए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उनके शपथ ग्रहण के बाद कहा कि पटेल FBI एजेंट्स के बीच बेहद लोकप्रिय हैं, और वे अब तक के सबसे काबिल FBI डायरेक्टर बनेंगे। समारोह व्हाइट हाउस के आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग में आयोजित किया गया था।
#WATCH | Washington | Kash Patel takes oath on the Bhagavad Gita, as the 9th Director of the Federal Bureau of Investigation (FBI).
— ANI (@ANI) February 21, 2025
Source: US Network Pool via Reuters pic.twitter.com/c5Jr0ul1Jm
काश पटेल ने कहा कि "कई लोग कहते हैं कि 'अमेरिकन ड्रीम' खत्म हो गया है, लेकिन मैं इसका जीता-जागता उदाहरण हूं। एक भारतीय प्रवासी का बेटा आज दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी का नेतृत्व कर रहा है। ऐसा सिर्फ अमेरिका में ही संभव है।" पटेल की नियुक्ति को अमेरिकी सीनेट में 51-49 के मतों से मंजूरी मिली। डेमोक्रेटिक सांसदों के अलावा रिपब्लिकन सीनेटर सुसान कॉलिन्स और लिसा मर्कोव्स्की ने भी उनके खिलाफ मतदान किया। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी को आशंका है कि पटेल ट्रम्प के आदेशों का पालन करते हुए उनके विरोधियों को निशाना बना सकते हैं।
कौन हैं काश पटेल ?
- काश पटेल का जन्म एक गुजराती परिवार में हुआ था।
- उनके माता-पिता 1970 के दशक में युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन के फरमान के बाद देश छोड़कर कनाडा के रास्ते अमेरिका पहुंचे।
- 1988 में अमेरिकी नागरिकता मिलने के बाद उनके पिता को एक एयरोस्पेस कंपनी में नौकरी मिली।
- पटेल ने 2004 में कानून की डिग्री हासिल की लेकिन बड़ी लॉ फर्म में नौकरी नहीं मिली।
- इसके बाद उन्होंने सरकारी वकील के तौर पर करियर शुरू किया।
- 2013 में वे वॉशिंगटन में न्याय विभाग से जुड़े और 2016 में हाउस इंटेलिजेंस कमेटी में नियुक्त हुए, जहां से वे ट्रम्प की नजरों में आए।
- 2019 में ट्रम्प ने उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की टीम में शामिल किया।
- वे ISIS और अल-कायदा के खिलाफ अभियानों से जुड़े रहे और अमेरिकी बंधकों को छुड़ाने में अहम भूमिका निभाई।
पटेल ने ट्रम्प के समर्थन में "गवर्नमेंट गैंगस्टर्स: द डीप स्टेट, द ट्रुथ, एंड द बैटल फॉर अवर डेमोक्रेसी" नामक किताब लिखी, जिसमें सरकारी भ्रष्टाचार का खुलासा किया। उन्होंने बच्चों के लिए "द प्लॉट अगेंस्ट द किंग" नाम की किताब भी लिखी, जिसमें ट्रम्प को नायक के रूप में दर्शाया गया। पटेल ट्रम्प के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल का काम भी संभालते हैं। 2022 फीफा वर्ल्ड कप के दौरान वे कतर के लिए सुरक्षा सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं। पटेल की नियुक्ति को लेकर डेमोक्रेट्स आशंकित हैं कि वे FBI का इस्तेमाल ट्रम्प के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कर सकते हैं। हालांकि, उनके समर्थकों का मानना है कि वे एजेंसी में पारदर्शिता और कानून के पालन को प्राथमिकता देंगे।