Gold/Silver Price Down: सोना 15,000 रुपये तक होगा सस्ता! Gold-Silver की कीमतों में एक्सपर्ट्स ने दी बड़ी गिरावट की चेतावनी
punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 11:18 AM (IST)
नेशनल डेस्क: सोने और चांदी की बढ़ती कीमतें आम लोगों और गहना उद्योग दोनों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। भारतीय बाजार में सोना अब 1.40 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 2.50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। इस तेजी के बीच मिडिल क्लास के लिए आभूषण खरीदना या भविष्य के लिए निवेश करना मुश्किल होता जा रहा है।
कीमतों में गिरावट की संभावना
वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तेजी से कीमतें बढ़ी हैं, वही रफ्तार गिरावट में भी देखने को मिल सकती है। अनुमान लगाया जा रहा है कि एक ही दिन में सोने की कीमत में 10,000 से 15,000 रुपये तक की गिरावट संभव है। वहीं चांदी की कीमतें 10 से 20 फीसदी तक कम हो सकती हैं।
कैसे बना रिकॉर्ड?
इस साल सोने और चांदी दोनों ने नए उच्च स्तर को छुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत प्रति औंस लगभग 4,500 डॉलर तक पहुंच गई, वहीं घरेलू स्तर पर भी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। चांदी की तेजी ने भी निवेशकों और गहना उद्योग को चौंका दिया है।
बाजार में बदलते रुझान
इतनी ऊंची कीमतों के बावजूद आम खरीदार पीछे हट रहे हैं। आभूषणों की बिक्री घट रही है, और बड़े बाजारों जैसे भारत और दुबई में सोना और चांदी छूट पर बिक रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तेजी का मुख्य कारण निवेशकों की बड़ी खरीदारी है। गोल्ड और सिल्वर ETF, लॉन्ग-टर्म निवेश और बड़े फंड्स के निवेश से कीमतें बढ़ रही हैं, क्योंकि बैंक एफडी के लगभग 7 फीसदी रिटर्न की तुलना में सोना और चांदी ज्यादा रिटर्न दे रहे हैं।
Jewelry Industry पर असर
महंगी कीमतों का असर गहना उद्योग पर भी साफ देखा जा रहा है। शादी और त्योहार के मौसम में बिक्री घट गई है। पहले जो लोग 22 कैरेट सोना आसानी से खरीदते थे, अब हल्के गहनों की ओर रुख कर रहे हैं, जैसे 18 या 14 कैरेट।
आम निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों ने गहने खरीदने वालों और निवेशकों को धैर्य रखने की सलाह दी है। कीमतों में गिरावट के बाद खरीदारी करना अधिक फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, एक ही बार में पूरी रकम निवेश करने की बजाय किश्तों में निवेश करना बेहतर माना गया है, ताकि जोखिम कम हो।
सोने और चांदी की कीमतों में संभावित गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों दोनों के लिए नई रणनीति बनाने की आवश्यकता खड़ी कर दी है। आने वाले दिनों में बाजार में हलचल और कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
