2025 में Gold-Silver ने दिया बेस्ट रिटर्न, अगले साल किसमें होगी ज्यादा कमाई? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 11:57 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः Gold vs Silver निवेश के लिहाज से साल 2025 सोने और चांदी के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ है। साल की शुरुआत से ही दोनों कीमती धातुओं में जिस तेज़ी की शुरुआत हुई, वह पूरे साल जारी रही। नतीजतन, निवेशकों को अब तक का सबसे शानदार रिटर्न मिला।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, चांदी के लिए 2025 मुनाफे की बरसात वाला साल रहा। 31 दिसंबर 2024 को चांदी 89,700 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो अब तक 153 प्रतिशत उछल चुकी है। वहीं, वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में 73 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई है। इसकी तुलना में शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 सिर्फ 10.18 प्रतिशत ही बढ़ पाया है। यही वजह है कि निवेशकों का रुझान शेयरों से हटकर सोना-चांदी की ओर तेजी से बढ़ा है।

₹2.27 लाख के पार पहुंची चांदी

देश की राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को चांदी की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला। चांदी 9,750 रुपए की छलांग लगाकर 2,27,000 रुपए प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। ऑल इंडिया जूलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के भाव 72 डॉलर प्रति औंस के पार निकलने से घरेलू बाजार में यह तेजी आई।

वहीं, सोने की कीमतों में मामूली नरमी रही। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 50 रुपए गिरकर 1,40,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया।

अगले साल क्या रहेगा ट्रेंड?

आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स के डायरेक्टर नवीन माथुर का कहना है कि 2026 में भी सोना और चांदी मजबूत बने रह सकते हैं, हालांकि रिटर्न की रफ्तार 2025 की तुलना में कुछ सामान्य हो सकती है। उनके अनुसार, कम ब्याज दरों और वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते सोना स्थिरता देगा, जबकि औद्योगिक मांग की वजह से चांदी मुनाफे के मामले में सोने से आगे निकल सकती है।

कहां तक जा सकते हैं भाव?

1BJA के अध्यक्ष पृथ्वीराज कोठारी के मुताबिक, सोना 1.50 लाख से 1.65 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम, जबकि चांदी 2.30 लाख से 2.50 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक जा सकती है।

तेजी के पीछे बड़ी वजहें

  • दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की भारी खरीदारी
  • फैक्ट्रियों और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में चांदी की बढ़ती औद्योगिक मांग

निवेशकों के लिए क्या रणनीति सही?

  • विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक अनिश्चितता और मजबूत औद्योगिक मांग के कारण चांदी में तेजी बनी रह सकती है।
  • सोने में लंबी अवधि के लिए SIP (किस्तों में निवेश) सबसे बेहतर रणनीति मानी जा रही है, जिससे औसत लागत का फायदा मिलता है।
  • सेनको गोल्ड के सुवंकर सेन कहते हैं कि सोना स्थिरता देता है, जबकि चांदी ज्यादा रिटर्न का मौका देती है।
  • वहीं, सिद्धार्थ जैन का मानना है कि चांदी में भी SIP के जरिए निवेश करना बेहतर है, क्योंकि इसके दामों में तेज उतार-चढ़ाव रहता है।
     

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Related News