क्या कभी देखा है जल महल: 4 मंजिल पानी में डूबे रहने के बावजूद महल की शान बरकरार!
punjabkesari.in Wednesday, Feb 26, 2025 - 03:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क। भारत में ऐतिहासिक इमारतों और महलों की कोई कमी नहीं है और खासकर राजस्थान में तो ऐसी कई इमारतें हैं जो सैकड़ों और कुछ तो हजारों साल पुरानी हैं। ये महल और किले भारतीय इतिहास का अहम हिस्सा हैं और इनकी अपनी एक खास पहचान है। आज हम आपको एक ऐसे ऐतिहासिक स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे बने तो 300 साल हो चुके हैं लेकिन यह अब भी उतनी ही शान से खड़ा है। यह है जल महल जो जयपुर की शान है।
जल महल का निर्माण और उद्देश्य
जयपुर-आमेर मार्ग पर स्थित मानसागर झील के बीचों-बीच स्थित यह जल महल 226 साल पहले बने इस महल को देख कर सबसे पहला सवाल यह उठता है कि इसे कैसे और क्यों बनाया गया। इस महल का निर्माण सवाई जयसिंह ने 1799 ई में करवाया था। जयसिंह ने जयपुर की जलापूर्ति के लिए गर्भावती नदी पर बांध बनवाया था और फिर उस बांध के ऊपर मानसागर झील का निर्माण किया था। जल महल को "आई बॉल" भी कहा जाता है।
जल महल का निर्माण खास मकसद से किया गया
जल महल को खास मकसद से बनवाया गया था। सवाई जयसिंह अपनी रानियों के साथ खास समय बिताना चाहते थे इसलिए उन्होंने झील के बीचों-बीच यह महल बनवाया। जयपुर के ट्रैवल राइटर लियाकत अली भट्टी के अनुसार महल को रानियों के नहाने के लिए बनवाया गया था जहां वे अपने वस्त्र बदलती थीं और राजा अपनी रानियों के साथ इस महल में रोमांटिक समय बिताते थे।
जल महल की खूबसूरती
जल महल पांच मंजिला है लेकिन इसमें से केवल एक मंजिल ही पानी के ऊपर दिखाई देती है। इसके बाकी चार मंजिल पानी के नीचे छिपे हुए हैं। यही वजह है कि इस महल में गर्मी नहीं लगती। इस महल का नजारा विशेष रूप से चांदनी रातों में बहुत खूबसूरत लगता है जब यह महल झील के पानी में प्रतिबिंबित होता है।
जल महल के रहस्य
जल महल के निर्माण में छिपा एक बड़ा रहस्य है। इसका पानी के अंदर स्थित होना किसी चमत्कार से कम नहीं है। महल की नींव कैसे रखी गई इस बारे में किसी को कोई ठोस जानकारी नहीं है। इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है और यह अब भी उसी शान से खड़ा है। जल महल के ऊपर सबसे ऊपरी तल पर एक नर्सरी है जिसमें एक लाख से ज्यादा पेड़ लगे हुए हैं और इनकी देखभाल के लिए 40 माली नियुक्त हैं। यह नर्सरी राजस्थान की सबसे ऊंची नर्सरी मानी जाती है।
जल महल के अंदर जाने की अनुमति नहीं है
यह जल महल 300 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और 4 मीटर गहरा है। हालांकि इस महल के अंदर जाने की अनुमति नहीं है। आप इसे केवल बाहर से देख सकते हैं लेकिन अंदर जाने की इजाजत नहीं मिलती।
जल महल का इतिहास और रहस्य अब भी सवालों के घेरे में
जल महल एक ऐतिहासिक धरोहर है जो अब भी कई सवालों को लेकर खड़ा है। इसके अंदर क्या है और क्यों पानी में डूबे रहने के बावजूद यह महल सालों से जस का तस खड़ा है यह अब भी एक रहस्य बना हुआ है। अंत में बता दें कि यह जल महल जयपुर की एक बेहद महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक धरोहर है जो आज भी हमें अपने इतिहास और संस्कृति की याद दिलाती है।